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यूनिवर्सिटी ने किया करार, स्टूडेंट्स और टीचर्स के लिए संभावनाएं अपार

locationझांसीPublished: Sep 13, 2018 11:41:23 pm

Submitted by:

BK Gupta

यूनिवर्सिटी ने किया करार, स्टूडेंट्स और टीचर्स के लिए संभावनाएं अपार

m o u between bundelkhand university and phd chambers-commerce delhi

यूनिवर्सिटी ने किया करार, स्टूडेंट्स और टीचर्स के लिए संभावनाएं अपार

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी एवं पीएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, नई दिल्ली के मध्य एक करार पर हस्ताक्षर किये गए। इस पीएचडी चैम्बर की स्थापना 1905 में हुई तथा यह देश में इंडस्ट्री का सबसे बड़ा कंसोर्टियम है। इससे लाखों छोटे एवं बड़े जुड़े हुए हैं। इस करार के मध्यम से विश्वविद्यालय के शिक्षक तथा विद्यार्थी पीएचडी चैंबर से जुड़ी विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में उच्च ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते हैं तथा इंडस्ट्री के साथ मिलकर भारत सरकार की विभिन्न संस्थाओं को वित्तीय अनुदान हेतु आवेदन कर सकते हैं।
उद्योगों की जरूरत के अनुसार हो शोध कार्य
इस अवसर पर ‘बौद्धिक सम्पदा एवं पेटेंट्स’ विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र दुबे ने विद्यार्थियों को उद्योगों की जरूरत के अनुसार शोध करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि चूंकि शोध से ही समाज की विभिन कठिनाइयों का समाधान संभव है, अतः शिक्षकों एवं विधार्थियों को इंडस्ट्री के साथ मिलकर शोध विषयों को चुनना चाहिये। इस प्रकार के शोध देश की प्रगति में सहायक होंगे तथा विद्यार्थियों को रोजगार भी उपलब्ध कराएंगे। साथ ही उन्होंने भारत वर्ष के पौराणिक, वेदों एवं उपनिषदों में उल्लिखित विज्ञान के सिद्धांतों का गहराई से अध्ययन कर उन्हें वर्तमान वैज्ञानिक प्रणालियों से सिद्ध करने का आह्वान किया, जिससे उन सिद्धांतो को पुनः स्थापित किया जा सके। इस अवसर पर सूक्षम, लघु एवं मध्यम उद्योग समिति, पीएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, नई दिल्ली की अध्यक्षा सुश्री अंजु बजाज ने कहा की बुंदेलखंड विश्विद्यालय में शोध हेतु इनोवेशन केंद्र जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हैं तथा उद्योग परक शोध की अपार संभावनाएं हैं। पीएचडी चैम्बर के संयुक्त सचिव मिथलेश कुमार द्वारा पीएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के विभिन्न कार्यविधियों एवं उससे जुडी संस्थाओं के विषय में जानकारी दी। बुंदेलखंड विश्विद्यालय के बायोमेडिकल साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम के आयोजन सचिव डा. रामबीर सिंह ने अवगत कराया कि करार से विश्वविद्यालय की शोध क्षमताओं में वृद्धि होगी, उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग होगा तथा पेटेंट करने की सुविधा भी मिलेगी जिससे विश्वविद्यालय की साख बढ़ेगी।
ये लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम में विभिन्न तकनीकी सत्रों में डा मंदिरा राय दिल्ली, संदीप अग्रवाल दिल्ली तथा मिथलेश कुमार पीएचडी चैम्बर द्वारा पेटेंट योग्य शोध, पेटेंट की प्रक्रिया , पेटेंट के वैज्ञानिक, सामाजिक एवं आर्थिक पहलुओं पर व्याख्यान दिए गए तथा पेटेंट के व्यवसायीकरण के बारे में जानकारी दी गयी। इस असवर पर वित्त अधिकारी धर्मपाल, कुलसचिव चतुर्भुजी गुप्त, प्रो. वी. के. सहगल, प्रो. एस पी. सिंह, प्रो. शिव कुमार तथा आयोजन समिति के सदस्य श्रीमती सुमिरन श्रीवास्तव, श्री पंकज सागर, डा. शिव शंकर यादव, विज्ञान सिंह आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मानसी श्रीवास्तव ने किया। बाद में आभार डा. लव कुश द्विवेदी द्वारा व्यक्त किया गया।

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