झांसी के सीपरी बाजार क्षेत्र में प्रेमगंज मुहल्ले में रहने वाली ममता चौधरी एक साधारण से परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता रामकिशन चौधरी की एक दुकान है। उसी से परिवार चलता है। यहां के आर्य कन्या डिग्री कालेज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा ममता एथलेटिक्स के क्षेत्र में सफलता के नए-नए आयाम छूने में लगी हैं। 5 किमी क्रास कंट्री में स्वर्ण और 800-1500 मीटर में रजत पदक के साथ ही वह लखनऊ में आयोजित ओपन स्टेट अंडर-16 स्टेट चैंपियनशिप में एक किलोमीटर रेस में कांस्य पदक हासिल कर चुकी हैं। वह नित नई-नई ऊंचाइयों को पाने के लिए लगातार कड़ी मेहनत करती हैं। इसके लिए उन्होंने झांसी का ध्यानचंद स्टेडियम चुना है। यहां वह कोच दिनेश कुमार के निर्देशन में अपने प्रदर्शन को निखारने के लिए प्रतिदिन करीब छह घंटे पसीना बहाती हैं।
एथलेटिक्स में तेजी से उभर रही ममता चौधरी के कोच दिनेश कुमार का कहना है कि वह प्रतिदिन तीन घंटे सुबह और तीन घंटे शाम को ट्रैक पर मेहनत करती हैं। जिस तरह से वह अपने लक्ष्य को हासिल करती हैं, उससे लगता है कि एक दिन वह जरूर ऊंचाइयों के शिखर को छूने में कामयाब होगी। इस दौरान वह ममता द्वारा पिछले कुछ समय में हासिल किए गए पदकों का भी सिलसिलेवार ब्योरा देते हैं। उन्हें ममता से काफी उम्मीदें हैं। इसके लिए वह खुद भी काफी परिश्रम करते हैं। हर बारीकियों से ममता को अवगत कराते हैं।