ये है मामला बताया गया है कि अमरा निवासी मुलायम सिंह पुत्र लल्लू कुशवाहा हत्या के मामले में 22 फरवरी 2018 से जिला कारागार में निरुद्ध थे। जेल के अंदर आज सुबह मुलायम सिंह कुशवाहा की अचानक तबीयत बिगड़ने लग गई। उसे तेज चक्कर आया और वह जमीन पर गिर पड़ा। उसे तत्काल जेल स्थित अस्पताल ले जाया गया। हालत गम्भीर देख उसे मेडिकल कालेज रिफर कर दिया। वहां दो घण्टे के उपचार के बाद उसकी मौत हो गयी। मुलायम सिंह यादव की मौत के बाद घटना की जानकारी परिजनों को दी गई। साथ ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिजनों ने पहुंचकर किया हंगामा यह सूचना मिलने पर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों ने वहां जमकर हंगामा किया। परिजन बाहर के चिकित्सकों से पोस्टमार्टम कराने की मांग कर रहे थे। बाद में तीन चिकित्सकों के पैनल ने मुलायम सिंह का पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। परिजन यहां से शव ले गये और अमरा के पास झांसी-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शव रख कर जाम लगा दिया। थोड़ी ही देर में दोनों ओर वाहनों की लम्बी-लम्बी कतारें लग गयीं। उधर हाईवे जाम होने की सूचना पाकर मोंठ थाना प्रभारी निरीक्षक कामता प्रसाद मौके पर जा पहुंचे। उन्होंने जाम लगाये लोगों को समझाने का प्रयास किया। प्रदर्शन कर रहे लोग साजिशन जेल में हत्या का आरोप लगा रहे थे। परिजनों ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला के स्थानान्तरण व हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की। हालांकि, इस बीच प्रभारी निरीक्षक के समझाने पर वह मान गये। जाम करीब दो घण्टे लगा रहा। इससे दोनों ओर वाहनों की लम्बी-लम्बी कतारें लग गयीं। जाम के कारण लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।