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उत्तर मध्य रेलवे का बड़ा निर्णय, 20 रेलवे स्टेशनों पर लागू होगी ये नई व्यवस्था

locationझांसीPublished: Jan 13, 2018 02:03:04 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

उत्तर मध्य रेलवे का बड़ा निर्णय, 20 रेलवे स्टेशनों पर लागू होगी ये नई व्यवस्था

north central railway signed mou for lighting

उत्तर मध्य रेलवे का बड़ा निर्णय, 20 रेलवे स्टेशनों पर लागू होगी ये नई व्यवस्था

झांसी। उत्‍तर मध्‍य रेलवे महाप्रबंधक एम सी चौहान के नेतृत्‍व में उत्‍तर मध्‍य रेलवे ने एक बड़ा निर्णय लिया है। इसके तहत ए-1 श्रेणी के 6 और ए श्रेणी के 14 (कुल बीस) रेलवे स्टेशनों पर लाइटिंग की नई व्यवस्था लागू होने जा रही है। इससे एक तरफ जहां बिजली की खपत भी कम होगी और करोड़ों रुपये की बचत भी होगी।
एमओयू पर हुए हस्ताक्षर

उत्तर मध्य रेलवे के इस निर्णय के तहत स्‍टेशनों, कारखानों, लोकोशेडों इत्‍यादि में एनर्जी एफिशिएंट एल.ई.डी. लाइटों का प्रावधान किया जा रहा है। इसी क्रम में उत्‍तर मध्‍य रेलवे द्वारा एनर्जी एफिशिएन्सी सर्विसेज लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर हुए। उत्‍तर मध्‍य रेलवे मुख्‍यालय में महाप्रबन्‍धक उत्‍तर मध्‍य रेलवे एम सी चौहान की उपस्थिति में उत्‍तर मध्‍य रेलवे के मण्‍डलों-कारखानों तथा एनर्जी एफिशिएन्सी सर्विसेज लिमिटेड के मध्‍य एसको (ESCO) मॉडल के तहत समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किये गये।
करीब पौने तीन करोड़ की होगी सालाना बचत

एनर्जी एफिशिएन्सी सर्विसेज लिमिटेड भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के अधीन एक संयुक्‍त उद्यम कम्‍पनी है जो भारत में एनर्जी एफिशिएन्सी परियोजनाओं को लागू करती है। इस मॉडल के तहत एनर्जी एफिशिएन्सी सर्विसेज लिमिटेड उत्‍तर मध्‍य रेलवे के ए-1 श्रेणी के 6 एवं ए श्रेणी के 14 स्‍टेशनों के वर्तमान लाइटों, पंखों एवं एसी आदि को अधिक ऊर्जा एफिशिएन्‍ट उपकरणों से प्रतिस्‍थापित करेगा। इससे विद्युत ऊर्जा खपत में कमी होगी। लगाये जा रहे सभी उपकरणों की लागत एनर्जी एफिशिएन्सी सर्विसेज लिमिटेड द्वारा वहन की जायेगी एवं इससे बचत होने वाली ऊर्जा को उत्‍तर मध्‍य रेलवे एवं एनर्जी एफिशिएन्सी सर्विसेज लिमिटेड द्वारा आगामी 5 वर्षों तक शेयर किया जायेगा। इसके तहत लगाये गये उपकरणों जैसे लाइटों, पंखों एवं एसी की वारण्‍टी 5 वर्षों की होगी एवं इस दौरान इनका अनुरक्षण भी एनर्जी एफिशिएन्सी सर्विसेज लिमिटेड द्वारा ही किया जायेगा। इसके उपरान्‍त ये उत्‍तर मध्‍य रेलवे को हस्‍तांरित कर दिये जायेंगे। इस परियोजना से प्रतिवर्ष करीब 4.13 मिलियन यूनिट (रू. 2.77 करोड़) बिजली की बचत होगी एवं इससे प्रतिवर्ष 2973 टन कार्बन डाई ऑक्‍साइड उत्‍सर्जन में कमी से कार्बन फुटप्रिन्‍ट घटने की सम्‍भावना है।

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