विक्रय प्रबंधन की जानकारी दी इसके अलावा कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो.सी.बी.सिंह ने कृषक प्रशिक्षकों को जैविक विधि से फसलें तैयार करने तथा उनके विक्रय प्रबन्धन के बारे में जानकारी दी। पतंजलि बायो रिसर्च संस्थान के उत्तराखण्ड के प्रदेश समन्वयक डा.आर.के. शुक्ला ने न्यूनतम लागत पर अधिकतम उत्पादन के तरीकों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके अतिरिक्त उन्होंने पतंजलि संस्थान के विभिन्न उत्पादों की जानकारी दी। वहीं, पतंजलि बायो रिसर्च संस्थान के उत्तर प्रदेश समन्वयक डा.पुष्पेंन्द्र सिंह यादव ने प्रशिक्षणार्थी किसानों के साथ एकीकृत कीटनाशकों के प्रबन्धन तथा उपयोग के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। इसके साथ ही किसानों को पारिस्थकीय के हिसाब से भी फसलों का चयन करने को कहा गया। इसके साथ ही बताया गया कि किस तरह की सावधानियां किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने में मददगार साबित हो सकती हैं। इसलिए किसानों को यहां बताई गई बातों का लाभ उठाना चाहिए।
ये लोग रहे उपस्थित इस अवसर पर कृषि विज्ञान संस्थान के सहायक निदेशक डा.विनीत कुमार, डा.पी.के. सिंह, डा.शिशिर कुमार सिंह, डा.अरविन्द भारती, डा.एस.हासमी, डा.महीपत सिंह, डा.हरपाल सिंह, डा.अशोक कुमार, डा.राधिका, डा.रमेश कुमार, शुभ्रा दुबे, अनुष्का मिश्रा, अनिल, अंकुर चौरसिया, विपिन, सौरभ सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।