गोआ एक्सप्रेस में सवार एक महिला को आधी रात में प्रसव पीड़ा होने लगी। जब ट्रेन झांसी पहुंची तो सूचना आरपीएफ को दी गई। इस दौरान मौके पर पहुंची आरपीएफ की महिला सब इंस्पेक्टर राजकुमारी गुर्जर ने अपनी एक दोस्त महिला डॉक्टर से संपर्क किया और उनसे स्थिति पर विमर्श किया। इसके बाद महिला डॉक्टर उन्हें फोन पर निर्देश देती रही और महिला दारोगा ने सकुशल डिलीवरी करवा दी। यही नहीं उन्होंने बच्चे की नाल भी खुद ही काटी। इसके बाद दोनों को फौरन अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
दारोगा राजकुमारी गुर्जर ने बताया कि 18 अगस्त की देर रात आरक्षी सुनील कुमार ने यह जानकारी दी थी कि गोआ एक्सप्रेस में एक महिला को प्रसव पीड़ा हो रही है। इस सूचना पर मैं और एसआई रविंद्र सिंह राजावत, एसआई प्राची मिश्रा और एसआई मधुबाला वहां पहुंचे। वहां हम सभी ने हालात की गंभीरता को देखने के बाद अपनी महिला मित्र एक डॉक्टर से संपर्क किया। डॉक्टर की सहायता से गर्भवती महिला की डिलीवरी करवाई गई। इस दौरान नई ब्लेड से नाल काटकर बच्ची और मां को अलग किया गया। दारोगा ने बताया कि डिलीवरी के बाद दोनों को रेलवे अस्पताल पहुंचाया गया। अब दोनों मां-बेटी पूरी तरह से स्वस्थ हैं।