अब ग्राम प्रधानों के कंधों पर नई जिम्मेदारी, गड़बड़ी होने पर जाएगी प्रधानी
अब ग्राम प्रधानों के कंधों पर नई जिम्मेदारी, गड़बड़ी होने पर जाएगी प्रधानी

झांसी। जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी ने कहा कि गांव में पेयजलापूर्ति की सीधी जिम्मेदारी ग्राम प्रधान व सचिव की होगी। ग्राम पंचायत में यदि पेयजल समस्या होगी तो ग्राम प्रधान की प्रधानी जाएगी। उन्होंने कहा कि जल निगम जनपद में पाइप पेयजल योजनाओं के संचालन को सुचारू रखऩा सुनिश्चित करे। इसके साथ ही हैण्डपम्प की मरम्मत एवं रीबोर तत्काल करायें। ऐसी ग्राम पंचायतें जहां टैंकरों के माध्यम पेयजल आपूर्ति की जानी है वहां कार्य योजना तैयार कर लें।
विकासखंडों में दिए निर्देश
जिलाधिकारी ने यह निर्देश विकास खण्ड बड़ागांव व विकास खण्ड चिरगांव की समस्त ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों व सचिवों को दिये। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर आने का उद्देश्य यह है कि एक-एक गांव व मजरे में पानी की उपलब्धता व समस्या की जानकारी हो। उन्होंने ग्राम प्रधान व सचिवों से कहा कि यदि पेयजल आपूर्ति के संबंध में कोई सुझाव है तो बताएं। उन्होंने कहा कि सूखे की प्रबल सम्भावना है अभी से मिलकर पेयजल की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जाना होगा।
जलापूर्ति के संबंध में ली जानकारी
जिलाधिकारी ने विकास खण्ड बड़ागांव की 47 ग्राम पंचायतों तथा चिरगांव की 63 ग्राम पंचायतो के ग्राम प्रधान व सचिव से गांव की पेयजल समस्या के विषय में अलग-अलग जानकारी ली। उन्होंने कहा कि पेयजल की व्यवस्था के साथ ही जानवरों के लिये पानी व चारे की भी व्यवस्था करनी होगी। आपके पास यदि कोई योजना है तो बतायें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि हैण्डपम्प का जल स्तर गिर रहा है तो हैण्डपम्प में आवश्यकतानुसार पाइप बड़ा लें या रीबोर करा लें परन्तु यह कार्य जल्द करा लिये जायें। जहां टैंकरों के माध्यम से सप्लाई की जानी है वहां रोड मैप तैयार कर लें ताकि हालत बिगड़ते ही कार्य प्रारम्भ हो सके।
वैकल्पिक व्यवस्था भी रखें
ग्राम प्रधानों व सचिव से बात करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि जो भी कार्य किये जाने आवश्यक हैं, वे कराए जायें। साथ ही एक वैकल्पिक व्यवस्था की कार्य योजना भी तैयार रखें। जिसे विकट समस्या होने पर इस्तेमाल किया जा सके। निजी नलकूप स्वामियों से टाइअप कर लें अनुबंध कर लें ताकि पेयजल आपूर्ति ट्यूबवैल से की जा सके। विकास खण्ड ग्राम स्तर की पेयजल समस्या से निपटने के अभिनव प्रयोग में जल निगम द्वारा अब तक किये गये कार्यों पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने पूंछा कि ग्राम सेमरी में 15 वर्ष टंकी बनाने के बाद आज तक सप्लाई को चालू नहीं किया गया क्या कारण है? उन्होंने सीधे शब्दों में ताकीद करते हुये कहा कि जहां-जहां पाइप पेयजल योजना संचालित हो रही है। वहां भ्रमण कर लें यदि सप्लाई अवरूद्ध है तो उसका क्या कारण है तत्काल उस कारण को दुरूस्त किया जाए। जहां पाइप फट गये वहां बदले जायें।
नाली खड़ंजा के कार्य फिलहाल नहीं होंगे
सीडीओ ए.दिनेश कुमार ने कहा कि ग्राम पंचायत में कोई भी नाली निर्माण कार्य व खड़ंजा आदि के कार्य नहीं होंगे। पेयजल व्यवस्था के लिये ही उपलब्ध धनराशि का उपयोग किया जायेगा। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो सम्बन्धित ग्राम प्रधान के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
ये अधिकारी रहे उपस्थित
इस मौके पर डीडीओ रंजीत सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी अष्टप्रकाश त्रिपाठी, डीडी मनरेगा आर.के लोधी, अधिशासी अभियंता विद्युत डी. यादुवेन्द्र खण्ड विकास अधिकारी सुभाष नेमा सहित जल निगम, जलसंस्थान के अधिकारी, ग्राम प्रधान व सचिव मौजूद रहे।
अब पाइए अपने शहर ( Jhansi News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज