अधिकारी गोद लें गांव जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के उन सभी अधिकारियों को दो-दो गांव गोद दिए जाएं, जिनके पास वाहन हैं। उन्होंने कहा कि 62 अधिकारियों ने दो-दो गांव गोद लिए हैं। इनके अलावा अन्य अधिकारी भी गांव गोद लें। उन्होंने कहा कि राज्य पोषण मिशन के अंतर्गत गांव के बच्चों को कुपोषण से बचाना है और उन्हें स्वस्थ बनाना है। उन्होंने कहा कि जो बच्चे अतिकुपोषित श्रेणी में हों, उन्हें प्रत्येक दशा में 14 दिन उपचार के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र मेडिकल कालेज झांसी में अवश्य भर्ती कराएं। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि बच्चे का इलाज पूरा हो।
वजन रजिस्टर की जांच के आदेश जिलाधिकारी ने भ्रमण के दौरान वजन रजिस्टर की जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी गोद लिए गांव के लोगों को खुले में शौच न करने की भी समझाइश दें, ताकि वे बीमारी से बच सकें। उन्होंने कहा कि अकेले आईसीडीएस कुपोषण दूर नहीं कर सकेगा। अन्य विभागों को भी राष्ट्रहित में यह कार्य करना होगा।
पोषण मिशन के बारे में जानकारी दी इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती करुणा जायसवाल ने अधिकारियों को पोषण मिशन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों को पोषण मिशन के उद्देश्य, कुपोषण के प्रकार और उसकी रोकथाम के लिए लक्षित समूह आदि के बारे में जानकारी दी।
ये अधिकारी रहे उपस्थित इस बैठक में सीडीओ ए.दिनेश कुमार, सीएमओ डा.सुरेश सिंह, डीएफओ डा.एम के शुक्ला, एडीएम हरिशंकर, एसडीएम सदर अनुन्य झा, डीडीओ रंजीत सिंह, पीडी आर के गौतम और उपायुक्त स्वरोजगार लालजी यादव सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।