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World Mental Health Day: रैली व गोष्ठी में किया जागरूक, ‘बाबा-हकीम’ से रहें दूर

locationझांसीPublished: Oct 10, 2018 03:55:00 pm

Submitted by:

BK Gupta

World Mental Health Day: रैली व गोष्ठी में किया जागरूक, ‘बाबा-हकीम’ से रहें दूर

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World Mental Health Day: रैली व गोष्ठी में किया जागरूक, ‘बाबा-हकीम’ से रहें दूर

झांसी। विश्व में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य के सहयोगात्मक प्रयासों को संगठित करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर डॉ रेखा रानी, संयुक्त निदेशक, डॉ सुशील प्रकाश, मुख्य चिकित्साधिकारी एवं डॉ बीके गुप्ता मुख्य चिकित्साधीक्षक के द्वारा हरी झंडी दिखाकर रैली का आरंभ किया गया। तत्पश्चात मुख्य चिकित्सा कार्यालय के परिसर में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों से आह्वान किया गया कि बाबा-हकीम से दूर रहें और चिकित्सकों की सलाह से उचित इलाज लें।
इन नारों की रही गूंज
रैली में स्वास्थ्य चिकित्साधिकारियों, मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के प्रधानाचार्य एवं सिविल डिफेंस के अलावा विभिन्न स्कूलों एवं कॉलेजों, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, मॉडर्न कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, कमला मॉडर्न नर्सिंग इंस्टीट्यूट, राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय, मॉडर्न महाविद्यालय, राघवेंद्र नर्सिंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, मिडमार्क कौशल विकास केंद्र, मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट एवं विद्यावती ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर सहभागिता दिखाई। रैली में छात्र-छात्राओं के द्वारा “आओ मिलकर बात करें, डिप्रेशन को दूर करें”, “परिवार के साथ समय बिताएंगे, मानसिक विकार को दूर भगाएंगे”, “मदिरा, तंबाकू, गांजा धूम्रपान, मानसिक विकार निश्चित जान” आदि के नारे लगाए गए।
ये है थीम
प्रतिवर्ष 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष भारत सरकार द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम “विश्व के बदलते परिदृश में वयस्क और मानसिक स्वास्थ्य” रखी गयी है। इसके अलावा 8 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह भी मनाया जा रहा है।
जागरूकता जरूरी
गोष्ठी में डॉ आरएस वर्मा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं नोडल अधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में युवा पीढ़ी के अंदर मानसिक विकार पैदा हो रहें है, युवाओं के लगातार बुरी आदतों जैसे तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट, मदपान इत्यादि के सेवन से मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होने बताया कि इस रैली एवं गोष्ठी का उद्देश्य तभी सफल हो पाएगा, जब तक खुद से युवा पीढ़ी अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूक न हों। उन्होंने कहा कि आज के दिन सभी युवा शपथ लें कि तंबाकू और इन बुरी आदतों को सेवन नहीं करेंगे। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुशील प्रकाश ने बताया कि मानसिक विकार को दैवीय शक्ति न मानते हुये, जिला अस्पताल में जांच कराएं और सम्पूर्ण इलाज करवाएं। उन्होंने सभी से अपील कि है कि मानसिक विकार के इलाज के लिए बाबा या हकीम से दूर रहें। जब भी आपके आसपास किसी मानसिक रोगी को झाड़ फूंक वाले बाबा या नीम हकीम के पास ले जा रहे हों तो उनको सचेत करें और जिला अस्पताल में मिलने वाली सभी सुविधाओं के बारे अवगत कराएं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग ऐसी भ्रांतियों से दूर रहें और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक हो सकें।
ये लोग रहे उपस्थित
इसके अलावा मॉडर्न पब्लिक स्कूल की छात्राओं सिमरन और हर्षिता ने अपने वक्तव्यों के माध्यम से जानकारी दी। वहीं इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ बीके गुप्ता, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एनके जैन, फिजीशियन डॉ एसएन कंचन, मनोचिकित्सक डॉ इकबाल खान ने विचार व्यक्त किए। गोष्ठी का संचालन कर रही जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ विजयश्री शुक्ला ने कहा कि जिला अस्पताल के कमरा नं॰ 27 में मौजूद मानसिक स्वास्थ्य विभाग में प्रत्येक सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को ओपीडी संचालित की जा रही है, जिसमें विशेषज्ञों के परामर्श से मानसिक रोगियों के निःशुल्क उपचार और दवाइयों की सुविधा मौजूद है।
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