हर महीने पहले बुधवार को होता है ये मेला
पोषण अभियान के अंतर्गत जनपद के प्रत्येक ब्लॉक के उप स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रत्येक माह प्रथम बुधवार को सुपोषण स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाना निश्चित है। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि वैसे तो प्रत्येक बुधवार को टीकाकरण किया जाता है लेकिन पोषण अभियान के अंतर्गत सुपोषण स्वास्थ्य मेले में स्वास्थ्य के साथ-साथ पोषाहार के बारे में जानकारी दी जाती है। इस स्वास्थ्य मेले के साथ बचपन दिवस भी बहुत सुचारु रूप से मनाया गया। उन्होंने बताया कि बचपन दिवस में सभी बच्चों का वजन, उनकी लंबाई और शारीरिक स्वास्थ्य की जांच की गयी और उनकी माताओं को स्वस्थ पोषाहार के साथ छः माह तक सिर्फ स्तनपान की सलाह दी गयी।
पोषण अभियान के अंतर्गत जनपद के प्रत्येक ब्लॉक के उप स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रत्येक माह प्रथम बुधवार को सुपोषण स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाना निश्चित है। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि वैसे तो प्रत्येक बुधवार को टीकाकरण किया जाता है लेकिन पोषण अभियान के अंतर्गत सुपोषण स्वास्थ्य मेले में स्वास्थ्य के साथ-साथ पोषाहार के बारे में जानकारी दी जाती है। इस स्वास्थ्य मेले के साथ बचपन दिवस भी बहुत सुचारु रूप से मनाया गया। उन्होंने बताया कि बचपन दिवस में सभी बच्चों का वजन, उनकी लंबाई और शारीरिक स्वास्थ्य की जांच की गयी और उनकी माताओं को स्वस्थ पोषाहार के साथ छः माह तक सिर्फ स्तनपान की सलाह दी गयी।
…ताकि न होने पाए खून की कमी
एएनएम सिया देवी दुबे ने बताया कि दिगारा उप स्वास्थ्य केंद्र में पांच आशाएं है। ये प्रत्येक टीकाकरण सत्र के लिए गांव-गांव जाकर उनको सूचित करती हैं। इसके अलावा कुछ ऐसी महिलाएं हैं जो स्वयं टीका के लिए अपने बच्चे को साथ में लेकर आती हैं और नियमित टीकाकरण के लिए जागरूक रहती हैं। एएनएम बताती है कि वह सभी धात्री महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को नियमित जांच और टीकाकरण की सलाह देती है और साथ आयरन की गोलियां रोज़ खाने के लिए ज़ोर देती हैं जिससे उनमें खून की कमी न होने पाये।
एएनएम सिया देवी दुबे ने बताया कि दिगारा उप स्वास्थ्य केंद्र में पांच आशाएं है। ये प्रत्येक टीकाकरण सत्र के लिए गांव-गांव जाकर उनको सूचित करती हैं। इसके अलावा कुछ ऐसी महिलाएं हैं जो स्वयं टीका के लिए अपने बच्चे को साथ में लेकर आती हैं और नियमित टीकाकरण के लिए जागरूक रहती हैं। एएनएम बताती है कि वह सभी धात्री महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को नियमित जांच और टीकाकरण की सलाह देती है और साथ आयरन की गोलियां रोज़ खाने के लिए ज़ोर देती हैं जिससे उनमें खून की कमी न होने पाये।
ये हैं योजनाएं
आंगनबाड़ी पुष्पा राय बताती हैं कि प्रत्येक माह बचपन दिवस, लाड़ली दिवस और ममता दिवस व ग्रामीण स्वास्थ्य पोषण दिवस में पोषाहार सभी महिलाओं और बच्चों को वितरित किया जाता है। इसके अलावा कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को स्वस्थ पोषाहार खिलाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा सभी गर्भवती और धात्री महिलाओं को हरी सब्जियां, दाल, दलिया और आइरन की गोलियां खाने की सलाह दी जाती है। इस दिवस हेमलता सेन एएनएम, अशोक कुमारी व रेखा यादव आंगनबाड़ी, राजकुमारी, दीपिका, वंदना, सुनीता व मेनका आशाएं मौजूद रहीं।
आंगनबाड़ी पुष्पा राय बताती हैं कि प्रत्येक माह बचपन दिवस, लाड़ली दिवस और ममता दिवस व ग्रामीण स्वास्थ्य पोषण दिवस में पोषाहार सभी महिलाओं और बच्चों को वितरित किया जाता है। इसके अलावा कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को स्वस्थ पोषाहार खिलाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा सभी गर्भवती और धात्री महिलाओं को हरी सब्जियां, दाल, दलिया और आइरन की गोलियां खाने की सलाह दी जाती है। इस दिवस हेमलता सेन एएनएम, अशोक कुमारी व रेखा यादव आंगनबाड़ी, राजकुमारी, दीपिका, वंदना, सुनीता व मेनका आशाएं मौजूद रहीं।