बेहतर कार्य करने की नसीहत इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को सर्वे में बेहतर कार्य करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि हम स्वयं पहले सर्वे कर लें। प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर नोडल अधिकारी तैनात कर दें और सर्वे कार्य प्रारंभ करें। उन्होंने स्वच्छता सर्वे ग्रामीण 2018 के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नुक्कड़ नाटक, गीत-संगीत, लोकनृत्य, जादू व कठपुतली सहित वीडियो वैन के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाएं। सर्वे में आमजन को सहभागी बनाएं। उन्हें बताएं कि सर्वे किया जा रहा है। अतः स्वच्छता बनाए रखऩा आवश्यक है। उन्होंने सभी से इस सर्वे के लिए तैयार रहने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने फीड बैक लेने की भी तैयारी संबंधी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जन सामान्य से भी आनलाइन फीडबैक लिया जाएगा। इसके लिए सभी को कार्यक्रम आयोजित करते हुए जागरूक करें।
2 अक्टूबर से होंगे ये काम इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य तो क्या, पशु भी गंदगी बर्दाश्त नहीं करते। स्वच्छता के लिए खुले में शौच के बाद प्लास्टिक भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। पंद्रह अगस्त से प्लास्टिक प्लेट, ग्लास व चम्मच आदि प्रतिबंधित किए जाने का अभियान चलेगा। इसके साथ ही दो अक्टूबर को प्रदेश को ओडीएफ के साथ ही प्लास्टिक मुक्त कर दिया जाएगा।
ये अधिकारी रहे उपस्थित इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में केंद्रीय ग्रामीण स्वच्छता एवं पेयजल सचिव परमेश्वरन अय्यर, प्रदेश के मुख्य सचिव डा.अनूप चंद पांडेय, अपर मुख्य सचिव पंचायत राज आर के तिवारी, झांसी की मंडलायुक्त श्रीमती कुमुद लता श्रीवास्तव व जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी समेत अनेक अधिकारी मौजूद रहे।