‘वे मां अन्नपूर्णा भी हैं और मां दुर्गा भी’
‘वे मां अन्नपूर्णा भी हैं और मां दुर्गा भी’
‘वे मां अन्नपूर्णा भी हैं और मां दुर्गा भी’
झांसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के उपअधिष्ठाता, छात्र कल्याण डा. मुन्ना तिवारी ने कहा कि प्राचीनकाल से लेकर आधुनिक समय में परिवार को बनाने, संवारने एवं संचालन का काम महिलायें ही करती हैं। वे मां अन्नपूर्णा भी हैं और मां दुर्गा भी। अगर महिलाओं का पोषण नहीं होगा, स्वास्थ्य की देखभाल नहीं होगी, उन्हें शिक्षित नहीं किया जायेगा, उनकी सुरक्षा नहीं की जायेगी तो न तो समाज बेहतर होगा और न ही देश। इसलिये पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं का कल्याण भी आवश्यक है। वह यहां उत्तर प्रदेश शासन द्वारा 20 नवम्बर से 20 दिसम्बर 2018 तक मनाये जा रहे ‘‘नारी शक्ति आह्वान अभियान’’ के अन्तर्गत बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी द्वारा आदिवासी बस्ती बिजौली में शिक्षा, स्वरोजगार, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता एवं सुरक्षा आदि विषयों को केन्द्रित कर आयोजित जागरुकता संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
आर्थिक रूप से सशक्त हों
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए डी. डी. एम. नाबार्ड झांसी अजय सोनी ने कहा कि महिलाओं की स्थिति में सुधार लाये बिना समाज का कल्याण सम्भव नहीं है। महिलाओं को आर्थिक रुप से सशक्त बनाकर उनकी स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। आज आवश्यकता इस बात की है कि शासन, प्रशासन के विभिन्न विभाग, समाज व परिवार मिलकर महिलाओं का सहयोग करें, ताकि वे न केवल शिक्षित हों, बल्कि आर्थिक रूप से सशक्त भी हों।’’
स्वरोजगार अपनाएं महिलाएं
जागरूकता संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि उपायुक्त, उद्योग झांसी मण्डल सुधीर श्रीवास्तव ने उद्योग विभाग की स्वरोजगार हेतु संचालित योजनाओं से अवगत कराते हुए कहा कि भारतीय समाज में महिलायें आर्थिक क्रियाओं की मुख्य स्त्रोत होती हैं, चाहे घरेलू काम हों या बचत, ये सब अधिकतर महिलायें की करती हैं। उन्होनें कहा कि जो महिलायें बचत करती हैं, वे घरेलू मामलों में मुख्य निर्णायक की भी अदा करती हैं। आज के समय में आवश्यक है, महिलायें शासकीय योजनाओं का लाभ लेकर स्वरोजगार अपनायें और सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत करें। उन्होनें उत्तर प्रदेश सरकार की अभिनव योजना ‘‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट’’ के अन्तर्गत झांसी जनपद में संचालित साफ्ट ट्वायज के विषय में अवगत कराते हुए महिलाओं को स्वरोजगार हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जिला परिवीक्षा अधिकारी नन्दलाल ने महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि महिलायें यदि ठान लें, तो वे न केवल स्वयं सामाजिक-आर्थिक रुप से सशक्त होंगी, बल्कि दूसरों को भी सशक्त बनाने में सहयोग कर सकती हैं। उन्होंनें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, चाइल्ड लाइन, घरेलू हिंसा, किशोर न्याय बोर्ड, आशा ज्योति केन्द्र आदि योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
ये लोग उपस्थित रहे
इस अवसर पर श्रीमती गुंजा चतुर्वेदी, शंकर सिंह, राघव भास्कर, शुभम गौतम, निर्मला देवी, निधि पटेल आदि सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारी उपस्थित रहे।
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