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काश! टैंक का ढक्खन खुला नहीं छोड़ते तो बच जाती मासूम की जान

locationझुंझुनूPublished: Aug 08, 2019 11:07:41 pm

Submitted by:

Rajesh

आशंका जताई जा रही है टैंक का ढक्खन खुला रहने से बालक उसमें डूब गया। जबकि परिजन व ग्रामीण पूरे गांव में उसे ढूंढते रहे। इधर शव मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर छा गई। माता-पिता तो बेसुध हो गए। मासूम के बड़े भाई को अभी नहीं पता कि उसका भाई कहां है, लेकिन परिवार वालों का रोता देखकर वह भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहा।

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काश!टैंक का ढक्खन खुला नहीं छोड़ते तो बच जाती मासूम की जान


झुंझुनूं. बड़ों की लापरवाही ने ढाई साल के मासूम की जान ले ली। इस हादसे के बाद पूरा परिवार सदमें में है। खेतड़ी इलाके के ढोसी गांव में घर के बाहर खेलते समय गुम हुए ढाई वर्षीय बालक का शव गुरुवार देर शाम घर के पड़ौस में बने एक पानी के टैंक में मिल गया।शव मिलते ही घर में कोहराम मच गया। खेतड़ी थाने के उपनिरीक्षक कमलेश चौधरी ने बताया कि बुधवार को थाने में ढोसी निवासी राजेश कुमार ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसका ढाई वर्षीय पुत्र सुकेश मंगलवार शाम को घर के बाहर अपने चार वर्षीय भाई के साथ खेल रहा था, जो अचानक गायब हो गया। इस पर पुलिस ने अलग-अलग टीमों का गठन कर बालक की तलाश की गई। डॉग स्कावायड की टीम भी बुलाई गई थी, परन्तु सफलता नहीं मिली। गुरुवार को पड़ौस की महिला ने भैंस को पानी पिलाने के लिए टैंक खोला तो उसमे बालक का शव मिला। आशंका जताई जा रही है टैंक का ढक्खन खुला रहने से बालक उसमें डूब गया। जबकि परिजन व ग्रामीण पूरे गांव में उसे ढूंढते रहे। इधर शव मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर छा गई। माता-पिता तो बेसुध हो गए। मासूम के बड़े भाई को अभी नहीं पता कि उसका भाई कहां है, लेकिन परिवार वालों का रोता देखकर वह भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहा।
इधर बच्चे को बस में नींद आई, परिजन होते रहे परेशान


पिलानी. कस्बे से बुधवार रात आठ बजे अचानक गायब हुए बच्चे को चिड़ावा रोड़ पर खड़ी एक बस में सोते हुए पुलिस ने बरामद किया है। थानाधिकारी मदनलाल कड़वासरा ने बताया कि कस्बे के हलवाई चौक निवासी 11 वर्षीय बच्चा बुधवार शाम करीब आठ बजे अपनी साइकिल पर सवार हो कर पास में ही स्थित एक दुकान से दूध लाने गया था। लम्बे समय तक बच्चे के घर पर नहीं आने पर परिजनों ने तलाशा। मगर कोई सुराग नहीं लगा। बाद में परिजनों ने बच्चे के अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने नाकाबंदी करवाई। इसी समय किसी ने पुलिस को कस्बे के चिड़ावा रोड पर एक घर के आगे खड़ी एक बस के पास में एक साइकिल खड़ी होने की जानकारी दी। परिजनों ने साइकिल को पहचाने पर बच्चे की तलाश की तो बच्चा बस के अन्दर पीछे की सीट पर सोता हुआ मिला। पुलिस ने रात करीब डेढ बजे बच्चे को सौंप दिया। इसके साथ ही परिवार में खुशी लौट आई।
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