विदेश में सोने की तस्करी करना चाहता था आनंदपाल गिरोह से जुड़ा झुंझुनूं का यह युवा
आरोपी शातिर है और अपने पास कभी मोबाइल नहीं रखता। वह स्वयं और इसके साथी वाट्सऐप व इंटरनेट कॉल से ही दूसरे लोगों से संपर्क करते हैं।

झुंझुनूं. राज्य के टॉप 25 अपराधियों में शामिल दस हजार रुपए का इनामी वांछित आरोपी झाझड़ निवासी कुलदीपसिंह शेखावत को झुंझुनूं पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से रिवाल्वर व चार जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
आरोपी का आनंदपाल गिरोह से नजदीकी संबंध रहा है। वर्ष 2013 में सुभाष बराल के साथ मिलकर इसने सीकर के उद्योग नगर थानांतर्गत ललित सैनी को गोली मार दी थी। जिसमें वह सुभाष बराल के साथ गिरफ्तार हो गया। आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद इसपने अपना खुद का गिरोह बना लिया। जिसके चलते जयपुर रैंज के लिए इसकी गिरफ्तारी एक चुनौती बन गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेंद्रकुमार मीणा, नवलगढ़ सीओ रामचंद्र मूंड व नवलगढ़ थानाधिकारी महावीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में टीम ने गुरुवार को कार्रवाई कर आरोपी कुलदीपसिंह को झाझड़ गांव से उसके घर से गिरफ्तार किया है।
एसपी गौरव यादव ने बताया कि आरोपी शातिर है और अपने पास कभी मोबाइल नहीं रखता। वह स्वयं और इसके साथी वाट्सऐप व इंटरनेट कॉल से ही दूसरे लोगों से संपर्क करते हैं। कुलदीप को जिससे भी मिलना होता तो वह व्यक्तिगत तौर पर ही आकर मिलता। पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि लूणकरणसर, बीकानेर का रोहित स्वामी, राहुल रिणऊ, मामा खुड़ी, सुरेंद्र, शक्तिसिंह आदि उसके गिरोह में शामिल हैं और इसके आनंदपाल गैंग के सुभाष बराल, पवन बानूड़ा, नटवर बानूड़ा व सुभाष बानूड़ा से भी संबंध हैं। फरारी के दौरान आरोपी कुलदीप एक स्थान पर कभी नहीं ठहरता था और अधिकांश बार बस व ट्रेनों में सफर करता है। इस दौरान वह वैष्णो देवी व नेपाल आदि स्थानों पर भी घूमने गया। नेपाल में गिरोह के लोगों के साथ सोने की तस्करी का काम करने का भी इसने प्रयास किया। परंतु वहां पर इनका आपस में झगड़ा होने पर यह गिरोह से अलग हो गया। आरोपी हाल ही में सरदारशहर के पास भाजपा नेता भींवाराम सरपंच की हत्या में भी उसके गिरोह दिलीप फोगा व राहुल का हाथ है। इसने अपनी ज्यादातर फरारी लोसल, नीमकाथाना, टोंक, दिल्ली, नेपाल, जयपुर व बीकानेर में काटी है। आरोपी को शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड लिया जाएगा।
अनेक मामले दर्ज
आरोपी कुलदीप के खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या का प्रयास, आम्र्स एक्ट, लूट व मारपीट के मामले दर्ज हैं। इसके खिलाफ 2008-09 में ही मारपीट के मुकदमे दर्ज हो गए। 2010 में इस पर व इसके सार्थियों पर अपने ही गांव के वीरेंद्रसिंह राजपूत की हत्या करने का आरोल लगा, इस मामले में यह 14 महीने जेल में रहा और बाद में बरी हो गया। सीकर जिले में 13, नागौर में एक प्रकरण दर्ज है।?इसने व इसके साथियों ने फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र में रिंकू उर्फ मोउड़ा बियानी के घर पर सात आठ बार फायर कर दशहत फैला दी थी। जिसमें कुलदीप के मामा खुड़ी, राहुल व महेश शामिल थे।
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