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बड़ा सवाल: बरसात के बावजूद झुंझुनूं के बांधों में क्यों नहीं आ रहा पानी?

locationझुंझुनूPublished: Aug 11, 2022 01:55:30 pm

Submitted by:

Rajesh

विशेषज्ञों का मानना है कि बांधों के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण हो गए हैं। अनेक जगह छोटे-बड़े एनीकट बन गए हैं। इस कारण पानी बांध तक नहीं पहुच पा रहा। उनका मानना है कि सरकार व प्रशासन की कमजोर इच्छा शक्ति के कारण ही ऐसा हो रहा है। बांधों के कैचमेंट एरिया से अतिक्रमण हटाने की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। ऐसे में ङ्क्षसचाई और पेयजल का संकट बढ़ सकता है।

बड़ा सवाल: बरसात के बावजूद झुंझुनूं के बांधों में क्यों नहीं आ रहा पानी?

बड़ा सवाल: बरसात के बावजूद झुंझुनूं के बांधों में क्यों नहीं आ रहा पानी?

Big question: Why is water not coming in the dams of Jhunjhunu?


राजेश शर्मा

जिले में इस बार अच्छी बारिश हुई है। इसके बावजूद कोट बांध को छोड़कर अधिकांश बांध खाली पड़े हैं। इसका प्रमुख कारण बांधों के कैचमेंट एरिया में हो रहा अतिक्रमण है। इससे ङ्क्षसचाई और पेयजल आपूर्ति का संकट मंडरा रहा है। झुंझुनूं जिले में 10 अगस्त तक औसत 419.20 एमएम बरसात हो चुकी है। खेतड़ी में सर्वाधिक 561 एमएम बरसात हुई जो राजस्थान व जिले के औसत से काफी ज्यादा है। लेकिन खेतड़ी क्षेत्र के सभी प्रमुख बांध सूखे पड़े हैं। हालात यह हैं कि शेखावाटी के सबसे बड़े अजीत सागर बांध में एक बूंद भी पानी नहीं है।


कमजोर इच्छा शक्ति का परिणाम

विशेषज्ञों का मानना है कि बांधों के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण हो गए हैं। अनेक जगह छोटे-बड़े एनीकट बन गए हैं। इस कारण पानी बांध तक नहीं पहुच पा रहा। उनका मानना है कि सरकार व प्रशासन की कमजोर इच्छा शक्ति के कारण ही ऐसा हो रहा है। बांधों के कैचमेंट एरिया से अतिक्रमण हटाने की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। पेयजल का संकट बढ़ सकता है।

इसी माह छलकेगा कोट

जिले के बाकी बांधों में भले ही पानी नहीं आया लेकिन उदयपुरवाटी उपखंड में स्थित 25 फीट भराव क्षमता का सरजूसागर (कोट) बांध लबालब हो गया है। एक अच्छी बरसात के बाद यह बांध छलक सकता है। इस पर चादर चल सकती है। जिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में भूगोल के वरिष्ठ व्याख्याता दीपेन्द्र बुडानिया के अनुसार पंद्रह अगस्त तक फिर शेखावाटी सहित राज्य के अनेक हिस्सों में बरसात के योग बन रहे हैं।


क्या कहते हैं एक्सपर्ट


जिले में जितने भी बांध हैं, उनमें पानी पहाड़ी क्षेत्रों का आता है। अब पहाड़ और बांध के बीच के रास्ते पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिए हैं। इस कारण बांधों में पानी नहीं आ रहा है। यही हाल रहे तो जयपुर के रामगढ़ बांध की तरह जिले के बांध भी मृत प्राय हो जाएंगे।
विकास मील, असिस्टेंट प्रोफेसर, भूगोल, राजकीय मोरारका कॉलेज झुंझुनूं


कहां किती बरसात
केन्द्र एमएम
गुढ़ागौड•ाी 575
खेतड़ी 561
उदयपुरवाटी 479
झुंझुनूं 419
मलसीसर 413
सूरजगढ़ 393
चिड़ावा 393
नवलगढ़ 344
मंडावा 341
बुहाना 274
(औसत 419.20 दस अगस्त 2022 तक )

हकीकत बताते बांधों के आंकड़े


अजीत सागर बांध
-भराव क्षमता 45 फीट-वर्तमान में सूखा है
-तीजो वाला बांध-भराव क्षमता 28 फीट, वर्तमान में सूखा है
जयसमंध बांध: भराव क्षमता 44 फीट-वर्तमान में सूखा है
मोड़ी ईलाखर बांध: भराव क्षमता 9 फीट-वर्तमान में सूखा है
कोट बांध: भराव क्षमता 25 फीट
वर्तमान में पानी 25 फीट
काल्यादह बांध : भराव क्षमता 18 फीट
वर्तमान में पानी 1 फीट
मावता बांध : भराव क्षमता 18 फीट
वर्तमान में पानी – सूखा
तांबीवाला बांध : भराव क्षमता 20 फीट
वर्तमान में पानी – एक फीट

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