मां की किडनी के भरोसे एएनएम मंजू बचा रही लोगों की जान
झुंझुनूPublished: Apr 27, 2021 11:10:30 am
जहाज गांव के उपस्वाथ्य केन्द्र पर तैनात महिला चिकित्सा स्वास्थ्य कर्मी मंजू चौधरी भी अपनी मां की किडनी के भरोसे कोरोना की जंग लड़ रही है। एएनएम मंजू चिकित्सा विभाग के कोरोना रोक के लिए टीकाकरण, कोरोना जांच के लिए घर – घर सर्वे, बाहर से आने वाले प्रवासियों की निगरानी सहित अन्य चिकित्सा कार्य कर रही है
मां की किडनी के भरोसे एएनएम मंजू बचा रही लोगों की जान
झुंझुनूं. कोरोना संक्रमण के कारण देश , दुनिया में सब कुछ अस्त – व्यस्त हो गया। वहीं लोग अपने – अपने स्तर पर कोरोना को हराने के लिए जंग लड़ रहे हैं। इसी तरह उदयपुरवाटी उपखण्ड के जहाज गांव के उपस्वाथ्य केन्द्र पर तैनात महिला चिकित्सा स्वास्थ्य कर्मी मंजू चौधरी भी अपनी मां की किडनी के भरोसे कोरोना की जंग लड़ रही है। एएनएम मंजू चिकित्सा विभाग के कोरोना रोक के लिए टीकाकरण, कोरोना जांच के लिए घर – घर सर्वे, बाहर से आने वाले प्रवासियों की निगरानी सहित अन्य चिकित्सा कार्य कर रही है । मंजू ने बताया कि 2008 में उसकी दोनों किडनी अचानक खराब हो गई थी । इस पर उसकी मां परमेश्वरी देवी निवासी बिसाऊ ने अपनी 45 वर्ष की उम्र में ही बेटी मंजू को अपना सपना पूरा करने के लिए अपनी एक किडनी दी। जिस पर मंजू अपनी मां की दी एक किडनी के बल पर पिछले 11 वर्ष से लगातार जहाज गांव में अपनी सेवा दे रही है। एएनएम मंजू अपनी सेवा के लिए कई बार जिला व उपखण्ड स्तर पर सम्मानित हो चुकी है।