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अब हर माह होती बिक्री
पहले लोग केवल शादी या विशेष अवसरों पर ही सोने के गहने खरीदते थे। पहले आय के स्रोत भी सीमित थे। अब सोने की बिक्री बढ़ रही है। लोग निवेश के लिए भी सोना खरीद रहे हैं। अब नवरात्र से त्योहारी सीजन शुरू हो जाएगी। नवरात्र से गहनों की खरीदारी बढ़ जाएगी।
अब हर माह होती बिक्री
पहले लोग केवल शादी या विशेष अवसरों पर ही सोने के गहने खरीदते थे। पहले आय के स्रोत भी सीमित थे। अब सोने की बिक्री बढ़ रही है। लोग निवेश के लिए भी सोना खरीद रहे हैं। अब नवरात्र से त्योहारी सीजन शुरू हो जाएगी। नवरात्र से गहनों की खरीदारी बढ़ जाएगी।
क्या होता है होलमार्क
हॉलमार्क सोने की शुद्धता का पैमाना होता है। इसके तहत हर स्वर्ण ज्वैलरी पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) अपने मार्क के द्वारा शुद्धता की गारंटी देता है। केन्द्र सरकार ने साफ कर दिया है कि हॉलमार्क अनिवार्य करने के बाद देश में सिर्फ 14, 18 और 22 कैरेट सोने की ज्वैलरी ही बिकेगी। बीआइएस से सर्टिफाइड ज्वैलर अपने ज्वैलरी पर किसी भी निर्धारित हॉलमार्किंग सेंटर से हॉलमार्क हासिल कर सकते हैं। इसका आम उपभोक्ताओं को सबसे बड़ा फायदा कि है कि वे जो सोने के आभूषण खरीदेंगे, उस पर भरोसा होगा कि जितने कैरेट शुद्धता का बताया जा रहा है उतनी ही शुद्धता का वाकई मिल रहा है।
हॉलमार्क सोने की शुद्धता का पैमाना होता है। इसके तहत हर स्वर्ण ज्वैलरी पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) अपने मार्क के द्वारा शुद्धता की गारंटी देता है। केन्द्र सरकार ने साफ कर दिया है कि हॉलमार्क अनिवार्य करने के बाद देश में सिर्फ 14, 18 और 22 कैरेट सोने की ज्वैलरी ही बिकेगी। बीआइएस से सर्टिफाइड ज्वैलर अपने ज्वैलरी पर किसी भी निर्धारित हॉलमार्किंग सेंटर से हॉलमार्क हासिल कर सकते हैं। इसका आम उपभोक्ताओं को सबसे बड़ा फायदा कि है कि वे जो सोने के आभूषण खरीदेंगे, उस पर भरोसा होगा कि जितने कैरेट शुद्धता का बताया जा रहा है उतनी ही शुद्धता का वाकई मिल रहा है।