झुंझुनूPublished: Mar 08, 2021 11:30:34 pm
Rajesh
लगातार सात- से आठ घंटे पढाई की। कभी कोचिंग नहीं की। आखिर कड़ी मेहनत व पति के सहयोग से वह दिन भी आया जब सरकारी नौकरी लगनी शुरू हुई। एक के बाद एक अनेक नौकरियां लगी। यह कहना है झुंझुनूं की जिला श्रम कल्याण अधिकारी अरूणा शर्मा का।
शादी के बाद एमए व एमएड किया, बिना कोचिंग किए दिन रात मेहनत की, अब झुंझुनूं की श्रम कल्याण अधिकारी