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एटीएम उखाडऩे के मामले में जिस थानेदार को निलम्बित किया, उसकी गिरोह पकडऩे में मुख्य भूमिका

locationझुंझुनूPublished: Oct 19, 2021 10:44:40 am

Submitted by:

Jitendra

एटीएम उखाड़ कर ले जाने वाले आरोपियों को एसयूवी उपलब्ध कराने वाले गिरफ्तार आरोपी हरियाणा के नूंह निवासी अभिषेक शर्मा को सोमवार को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के लिए फिर से रिमांड पर लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वसीम उर्फ डेनी एवं अब्बास निवासी टाई, राणा व नरसी निवासी धांधूका, शक्की एवं राहुल निवासी शालाका, भोला निवासी बड़का, सगीर निवासी टपूकड़ा, नियामत निवासी रायपुरी मिलकर एटीएम लूटते थे।

एटीएम उखाडऩे के मामले में जिस थानेदार को निलम्बित किया, उसकी गिरोह पकडऩे में मुख्य भूमिका

एटीएम उखाडऩे के मामले में जिस थानेदार को निलम्बित किया, उसकी गिरोह पकडऩे में मुख्य भूमिका

झुंझुनूं. जिले में लगातार पांच एटीएम उखाडऩे वाले गिरोह के दो और सदस्यों को पुलिस ने हरियाणा के नूंह से गिरफ्तार कर लिया है। उनको कार उपलब्ध करवाने वाले अभिषेक शर्मा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। चिड़ावा के उपाधीक्षक सुरेश शर्मा ने बताया कि गिरोह को पकडऩे में निलम्बित चल रहे एसआई मुकेश कुमार व साइबर सैल के सिपाही जितेन्द्र थाकन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस टीम ने हरियाणा के नूंह मेवात इलाक के टांई गांव से इमरान व अड़बर गांव के शकिल को गिरफ्तार किया है। आरोपी जिले में हुई एटीएम चोरी की वारदात में शामिल थे। उनसे एक और एसयूवी कार बरामद की है।

अभिषेक रिमांड पर
एटीएम उखाड़ कर ले जाने वाले आरोपियों को एसयूवी उपलब्ध कराने वाले गिरफ्तार आरोपी हरियाणा के नूंह निवासी अभिषेक शर्मा को सोमवार को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के लिए फिर से रिमांड पर लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वसीम उर्फ डेनी एवं अब्बास निवासी टाई, राणा व नरसी निवासी धांधूका, शक्की एवं राहुल निवासी शालाका, भोला निवासी बड़का, सगीर निवासी टपूकड़ा, नियामत निवासी रायपुरी मिलकर एटीएम लूटते थे। लूट के बाद आरोपी आपस में पैसे बांट कर अपने अपने गांव चले जाते थे। यह आरोपी राजस्थान, हरियाणा, केरल, आंध्र प्रदेश से करीब एक हजार से ज्यादा एटीएम उखाड़ चुके।

हर पल रहता था हमले का डर-मुकेश
ग्यारह दिन तक मेवात क्षेत्र में रहा। पांच दिन तक हमारी टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक सुरेश शर्मा ने किया। उन्होंने कई जानकारियां दी। इस टीम में मैं भी शामिल था। ग्यारह दिन वहां रहे। मुखबीरों से सूचना जुटाई। तकनीकी टीम का पूरा सहयोग मिला। लेकिन वहां हर पल डर लगा रहता था। मैं तो निलम्बित चल रहा था। वहां तो मुखबिरों पर भी विश्वास करना मुश्किल हो रहा था। हर पल हमला होने का भी डर रहता था। दो दिन तक तो रात का खाना भी नहीं मिला। वहां ऐसा माहौल है जिधर देखो उधर अपराधी। वहां टटलू गिरोह, मोबाइल पर फ्रोड लिंक भेजकर खाते से राशि निकालने वाले तथा एटीएम उखाडऩे वाले गिरोह के सैकड़ों सदस्य हैं। आरोपी तक पुरानी कार खरीदने के बहाने पहुंचे।आखिर पुलिस उपअधीक्षक के नेतृत्व में गिरोह को पकड़ ही लिया। उल्लेखनीय है कि जयपुर जिले के किशनगढ़ रेनवाल के निकट मूंडली गांव निवासी मुकेश कुमार जाट को तत्कालीन एसपी ने निलम्बित कर दिया था। लेकिन मुकेश ने इसे चुनौती के रूप में लेते हुए गिरोह को पकड़ ही लिया। मुकेश इससे पहले मंडावा, मलसीसर व सूरजगढ़ में थानाप्रभारी रह चुके।
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