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बगड़ मेरे दिल में…मैं यहां की बहू

locationझुंझुनूPublished: Oct 01, 2022 12:21:11 pm

Submitted by:

Jitendra

interview of the swati piramal : पीरामल ग्रुप की उपाध्यक्ष डॉ. स्वाति पीरामल का शेखावाटी की धरा से गहरा लगाव है। वह अपने ससुराल बगड़ आकर बेहद खुश नजर आईं। उनकी खुशी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बगड़ के बारे में पूछने पर उनके मुहं से स्वत: ही निकला ’आई लव बगड़’ मैं यहां की बहू हूं और यह कहते हुए मुझे गर्व महसूस होता है।

बगड़ मेरे दिल में...मैं यहां की बहू

बगड़ मेरे दिल में…मैं यहां की बहू

झुंझुनूं. व्यापार, उद्योग, विज्ञान और चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली पीरामल ग्रुप की उपाध्यक्ष डॉ. स्वाति पीरामल का शेखावाटी की धरा से गहरा लगाव है। वह अपने ससुराल बगड़ आकर बेहद खुश नजर आईं। उनकी खुशी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बगड़ के बारे में पूछने पर उनके मुहं से स्वत: ही निकला ’आई लव बगड़’ मैं यहां की बहू हूं और यह कहते हुए मुझे गर्व महसूस होता है। अपने परिवार के साथ बगड़ आई डॉ. स्वाति पीरामल ने शुक्रवार को पत्रिका से बातचीत में देश की वर्तमान स्थिति के साथ उद्योग व्यापार और महिलाओं के विकास पर खुलकर अपने विचार रखे। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश।
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पावरफुल हैं यहां की बेटियां

डॉ. स्वाति ने कहा कि यहां की बेटियां पावरफुल हो रही हैं। उन्होंने कहा ’मुझे यह देखकर खुशी होती है कि बेटियां पहले घर से बाहर नहीं निकल पाती थीं। वह अब कम्यूटर सीख रही हैं। मैंने बगड़ में कई बेटियों से बात की तो सबने आत्मविश्वास के साथ जवाब दिया।’ उन्होंने देश की बेटियों के लिए उनका यही संदेश है कि वे खूब पढ़ें, आगे बढ़ें और पूरे आत्मविश्वास के साथ काम करें।
#ajay pirmal and sawati piramal in bgar

ऐसे मिला फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार

डॉ. स्वाति को हाल ही फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि बगड़ और भारत में किए जा रहे काम की समीक्षा के बाद उन्हें यह सम्मान दिया गया। सम्मान को लेकर फ्रांस की मंत्री ने देश के प्रधानमंत्री से भी इस विषय पर बात की थी। साइंस, इनोवेशन, आर्ट कल्चर के अलावा वर्षों से जॉइंट वेंचर में चल रहे कार्यों को भी देखा गया।
आदिवासियों का विकास जरूरी

डॉ. स्वाति पीरामल देश में आदिवासियों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई। उनका कहना है देश के 112 जिलों में 16 फीसदी जनसंख्या स्वास्थ्य को लेकर प्रभावित है। उन्होंने पहले 12 जिलों में इसे लेकर काम शुरू किया था, लेकिन बाद में प्रधानमंत्री के आग्रह पर सभी 112 जिलों में आदिवासियों के स्वास्थ्य, स्वच्छ पानी और शिक्षा को लेकर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों में लोग टीबी जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं। नक्शलवाद के चलते यह लोग अस्पताल भी नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे में उनके फाउंडेशन की ओर से वहां आश्वासन अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत जो लोग अस्पताल नहीं जा पाते उनके जांच के लिए सैम्पल लेकर ड्रोन के माध्यम से अस्पतालों तक पहुंचाए जा रहे हैं। उनके इस अभियान की सभी चिकित्सक मित्रों ने प्रशंसा की है।
भारत अन्य देशों से निकला आगे

डॉ. स्वाति ने बताया कि भारत डिजिटल होकर प्रगति कर रहा है। युरोप, लंदन, फ्रांस जैसे देश टेक्नोलॉजी के कई मामलों में भारत से पीछे है। लंदन में पिछले दिनों उन्होंने दवा मंगवाई तो पांच दिन के बाद भेजने की बात कहीं गई। यही स्थिति चिकित्सक के अपॉइंटमेंट को लेकर है। विदेशों में दो माह बाद का अपॉइंटमेंट मिलता है। जबकि भारत में दस मिनट में ऑनलाइन कुछ भी मंगवाया जा सकता है। चिकित्सक को दिखाने के लिए इतना लम्बा इंतजार नहीं करना पड़ता।
जनवरी में आएगी ईशा अंबानी

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी जनवरी में बगड़ आएंगी।ईशा की शादी पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल के बेटे आनंद पीरामल के साथ हुई है। डॉ. स्वाति ने कहा कि उनकी बहू ईशा अंबानी का भी पूरी दुनियां में नाम हो रहा है। वह शादी के बाद मां शांकभरी के यहां धोक देने आएगी।
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