चिड़ावा में रथ को खींचने उमड़े श्रद्धालु
झुंझुनूPublished: Dec 07, 2019 12:53:34 pm
चिड़ावा में रथ को खींचने उमड़े श्रद्धालु
चिड़ावा. श्री हरिनाम संकीर्तन प्रचार मंडल की 16 वीं जगन्नाथ रथयात्रा शुक्रवार को निकाली गई। जिसमें आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं में भगवान जगन्नाथ के विराजित रथ को खींचने की होड़ लगी रही। रथयात्रा के प्रारंभ में कल्याणराय मंदिर के पास भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के विग्रह का विनय कुमार-प्रेम कुमार केडिया, संतोष कुमार, आदित्य, विशाल केडिया ने विधिवत पूजन किया।
चिड़ावा में रथ को खींचने उमड़े श्रद्धालु
चिड़ावा में रथ को खींचने उमड़े श्रद्धालु चिड़ावा. श्री हरिनाम संकीर्तन प्रचार मंडल की 16 वीं जगन्नाथ रथयात्रा शुक्रवार को निकाली गई। जिसमें आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं में भगवान जगन्नाथ के विराजित रथ को खींचने की होड़ लगी रही। रथयात्रा के प्रारंभ में कल्याणराय मंदिर के पास भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के विग्रह का विनय कुमार-प्रेम कुमार केडिया, संतोष कुमार, आदित्य, विशाल केडिया ने विधिवत पूजन किया। छप्पन भोग का प्रसाद लगाया गया। जिसके बाद महाआरती हुई। भगवान के विग्रहों को हरिकीर्तन के साथ रथ पर आरूड़ किया गया। रथयात्रा गांधी चौक, मुख्य बाजार, कबूतरखाना बसस्टैंड, पिलानी रोड होते हुए वृंदावन फार्म में पहुंची। यहां प्रवासी संतोषकुमार-प्रेमकुमार खींवसीका परिवार की ओर से भंडारा किया गया। रथयात्रा के कार्यक्रम मधुबन आश्रम ऋषिकेश के परमानंद महाराज के सानिध्य हुए। जिसमें श्रीहरिनाम संकीर्तन प्रचार मंडल अध्यक्ष झंडीप्रसाद हिम्मतरामका, पूर्व पालिकाध्यक्ष सुभाष शर्मा, साहित्यकार श्याम जांगिड़, सुरेंद्र पारीक, श्यामसुंदर पुजारी, सुरेंद्र शर्मा, मुकेश जलिंद्रा, सुशील पदमपुरिया, सत्येंद्र कौशिक, संजय दायमा, संदीप हिम्मतरामका, विनयकुमार केडिया, गोपीराम सैनी, प्रमोद अरड़ावतिया, पुष्कर केडिया, रामावतार दायमा, नरेश शर्मा, गोपीराम सैनी, प्रदीप पुजारी, कमलकांत पुजारी, हीरालाल पुजारी, रमेश कोतवाल, उमाकांत डालमिया, मनोज फतेहपुरिया, संदीप शर्मा पाटिल आदि ने सहयोग दिया।
रथ खींचने की
लगी होड़
रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के विग्रहों को रथ पर बिठाकर नगर भ्रमण करवाया गया। रथ को खींचने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ लगी रही। श्रद्धालुओं ने रथ से बंधे रस्से को खींचा। रथयात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। भक्ति संगीत और सत्संग के बीच श्रद्धालु नाचते हुए चल रहे थे।
मीराबाई की महिमा का मंचन
मण्ड्रेला. कस्बे स्थित श्रीश्याम मंदिर के 39 वें स्थापना दिवस के अवसर में श्रीश्याम शरण मंडल की ओर से श्रीश्याम सदन में आयोजित सात दिवसीय रासलीला के चौथे दिन की लीला में वृंदावन के कलाकारों ने श्रीकृष्ण की सबसे प्रिय भक्त मीरा बाई की लीला का मंचन किया। इससें पूर्व योगेन्द्र सिंह मीणा, दीपेन्द्र सिंह शेखावत, मुम्बई प्रवासी मदन सिंह ने आरती कर रासलीला का मंचन जारी किया।
लीला में मेवाड राजघराने में जन्मी मीरा के गिरधर गोपाल के प्रति बैराग उम्पन होने के बाद हमेशा साधु संतों की मंडलियों के साथ रहना एवं उनके प्रवचन सुनने से से दुधा राजघराने की ओर से उनके ऊपर किए गए अत्याचारों का बहुत ही सुंदर मंचन किया गया। इस मौके पर किशनलाल रूंगटा, महेश रूंगटा, सीताराम रूंगटा, राजेश चोमाल, श्यामसुंदर पोलिवाल, सुशील रूंगटा, विनोद वर्मा, धनश्याम सिंह शेखावत, धनश्याम तुलस्यान, महेश लाट, सुरेन्द्र लाठ आदि मौजूद थे।
रसिक मोहनदास के जन्मोत्सव में उमड़े श्रृद्धालु
खेतड़ी. भोपालगढ स्थित गोपीनाथ आश्रम में शुक्रवार को रसिक मोहनदास का जन्मोत्सव मनाया गया। प्रात: आश्रम परिसर में भगवान गोपीनाथ की प्रतिमा को विशेष रुप से पुष्पों से श्रृंगारित किया गया। इसके बाद गुरु पूजा एवं महाआरती का आयोजन हुआ। इसके बाद आश्रम परिसर में भण्डारे का आयोजन हुआ तथा आश्रम परिसर में पूरे दिन भजनों का कार्यक्रम हुआ।
इस अवसर पर प्रदीप सुरोलिया, राजू चौधरी, विजय गोयल, प्रभु कुमावत, दिनेश झुंझुनंूवाला, महावीर स्वामी, महेश पारीक, राजेश, निपुण, दाताराम गुर्जर सहित दर्जनों श्रद्धालु मौजूद थे।
कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ रामेश्वरम में भागवत कथा ज्ञान यज्ञ
पचलंगी. कस्बे की भागवत सेवा समिति के तत्वावधान में शुक्रवार को कलश यात्रा के साथ रामेश्वरम में जन सहयोग भागवत कथा ज्ञान यज्ञ शुरू हुआ। आयोजन समिति के गजेन्द्र सिंह शेखावत, संरक्षक नृसिंह लाल पटेल, ने बताया कि कलश यात्रा रामेश्वरम मंदिर से गाजे बाजे के साथ शुरू होकर कथा स्थल अग्रसेन भवन पहुंची यात्रा का पुष्प वर्षा के साथ जगह – जगह स्वागत हुआ। कथा के मुख्य यजमान ओमप्रकाश जांगिड़,ग्यारसी देवी, नेत राम पटेल, खाण्डल विप्र समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष राधेश्याम चोटिया, बालू राम कंपाउडर ने जानकारी दी की कथा का आयोजन 12 दिसबंर तक रहेगा । जिसमें कथा वाचक पं. विनोद जोशी कथा का रसपान करवाएंगे।