टोंक में सबसे ज्यादा गिरावट
प्रदेश में टोंक जिला ऐसा है जहां पर सबसे ज्यादा गिरावट आई है। वर्ष 2018 की बजाय वर्ष 2019 में टोंक जिले में सबसे अधिक 6 5 अंकों की गिरावट आई है। टोंक जिले में बेटियां की संख्या में गत वर्ष की तुलना में भारी कमी आई है। वर्ष 2018 में जीवित शिशु जन्म दर के अनुसार बालिका लिंगानुपात 956 था जबकि वर्ष 2019 में बालिका लिंगानुपात 8 91 है। वर्ष 2018 में टोंक जिले में 13252 लड़के व 126 75 लड़किया पैदा हुई थी, जबकि वर्ष 2019 में 13232 लड़कों की तुलना में 11793 लड़कियां पैदा हुई है। राज्य में सबसे अधिक गिरावट टोंक जिले में ही दर्ज की गई है।
प्रदेश में टोंक जिला ऐसा है जहां पर सबसे ज्यादा गिरावट आई है। वर्ष 2018 की बजाय वर्ष 2019 में टोंक जिले में सबसे अधिक 6 5 अंकों की गिरावट आई है। टोंक जिले में बेटियां की संख्या में गत वर्ष की तुलना में भारी कमी आई है। वर्ष 2018 में जीवित शिशु जन्म दर के अनुसार बालिका लिंगानुपात 956 था जबकि वर्ष 2019 में बालिका लिंगानुपात 8 91 है। वर्ष 2018 में टोंक जिले में 13252 लड़के व 126 75 लड़किया पैदा हुई थी, जबकि वर्ष 2019 में 13232 लड़कों की तुलना में 11793 लड़कियां पैदा हुई है। राज्य में सबसे अधिक गिरावट टोंक जिले में ही दर्ज की गई है।
अन्य जिलों की स्थिति
करौली में 16 , हनुमानगढ़ में 12, दौसा में 14, बारां में 11, धौलपुर में 10, सिरोही में 14 अंकों समेत 18 जिलों में गिरावट रही। श्रीगंगानगर जिले में वर्ष 2018 व 2019 में 937 अंक ही रहा है।
करौली में 16 , हनुमानगढ़ में 12, दौसा में 14, बारां में 11, धौलपुर में 10, सिरोही में 14 अंकों समेत 18 जिलों में गिरावट रही। श्रीगंगानगर जिले में वर्ष 2018 व 2019 में 937 अंक ही रहा है।
इन जिलों में हुई बढ़ोतरी
सबसे अधिक वृद्धि करने वाले जिलों में जैसलमेर व सवाईमाधोपुर जिले हैं। जहां दोनों ही जिलों में 23 अंकों की वृद्धि हुई है। जैसलमेर में वर्ष 2018 में 936 अंक थे जो बढ़कर 959 हो गए हैं। वही सवाई माधोपुर में 23 अंक बढ़े हैं, जहां 905 से बढ़कर 928 अंक हुए है। दूसरे स्थान पर बीकानेर में 21 अंकों की वृद्धि हुई है, वर्ष 2018 में 953 था जो वर्ष 2019 में बढ़कर 974 हो गया है। इसी तरह तीसरे स्थान पर प्रतापगढ़ में 19 अंकों की वृद्धि हुई है।
सबसे अधिक वृद्धि करने वाले जिलों में जैसलमेर व सवाईमाधोपुर जिले हैं। जहां दोनों ही जिलों में 23 अंकों की वृद्धि हुई है। जैसलमेर में वर्ष 2018 में 936 अंक थे जो बढ़कर 959 हो गए हैं। वही सवाई माधोपुर में 23 अंक बढ़े हैं, जहां 905 से बढ़कर 928 अंक हुए है। दूसरे स्थान पर बीकानेर में 21 अंकों की वृद्धि हुई है, वर्ष 2018 में 953 था जो वर्ष 2019 में बढ़कर 974 हो गया है। इसी तरह तीसरे स्थान पर प्रतापगढ़ में 19 अंकों की वृद्धि हुई है।