मिल चुका शौर्य चक्र विकास जाखड़ ने वर्ष 2016 में नक्सलियों को करारा जवाब देते हुए झारखंड के लातेहर जिले से खदेड़ दिया था। विकास की वीरता के कारण उन्हें राष्ट्रपति ने शौर्य चक्र से नवाजा था। विकास जाखड़ की वीरता का उल्लेख कक्षा आठ की पुस्तकों में भी किया गया है, जिस विकास जाखड़ की शौर्यता के किस्से स्कूलों में बच्चे पढ़ चुके हैं।
जमा करवाए साढ़े तीन लाख विकास ने बताया कि उसे असिस्टेंट कमांडेंट बने नौ साल हुए है। वह समय से पहले इस्तीफ दे रहा है। इसलिए उसने अपनी ट्रेनिंग पर खर्च हुए साढ़े तीन लाख रुपए भी सीआरपीएफ में जमा करवा दिए हैं। उसकी अभी 20 वर्ष से ज्यादा की सेवा शेष है।
यह हैं प्रमुख मांग
-रीट रद्द की जाए, एक माह में दुबारा रीट हो। रीट की सीबीआई जांच हो।
-माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन को हटाया जाए।
-परीक्षा कमेटी में रिटायर्ड जजों को शामिल किया जाए।
-नकल माफियाओं को दस साल की सजा हो। उनकी सभी सम्पती जब्त की जाए।
-जिस संस्था में नकल हुई है उसकी मान्यता तुरंत रद्द हो।
-नकल करवाने वाले सरकारी कर्मचारियों को तुरंत बर्खास्त किया जाए।