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सीआरपीएफ का अफसर नौकरी छोड़ सरकार के खिलाफ खोलेगा मोर्चा

locationझुंझुनूPublished: Dec 27, 2021 05:18:47 pm

Submitted by:

Jitendra

सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट विकास जाखड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। झुंझुनूं के निकट जाखड़ों का बास गांव निवासी विकास जाखड़ ने पत्र में लिखा है कि राजस्थान में निरंतर भर्तियों में हो रही धांधली से वे आहत हैं। उन्होंने राष्ट्रपति को अपना त्यागपत्र भेज दिया है। राजस्थान पत्रिका से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी में रहते हुए सरकार के भ्रष्ट सिस्टम से नहीं लड़ा जा सकता। इसलिए उन्होंने इस्तीफा भेज दिया है।

सीआरपीएफ का अफसर नौकरी छोड़ सरकार के खिलाफ खोलेगा मोर्चा

सीआरपीएफ का अफसर नौकरी छोड़ सरकार के खिलाफ खोलेगा मोर्चा

झुंझुनूं. कभी आरएएस के परिणाम में धांधली तो कभी रीट में नकल गिरोह। कभी पर्चा आउट तो कभी साक्षात्कार पर सवाल। इसके बावजूद किसी को सजा नहीं। कुछ इसी प्रकार के आरोप लगाते हुए सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट विकास जाखड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। झुंझुनूं के निकट जाखड़ों का बास गांव निवासी विकास जाखड़ ने पत्र में लिखा है कि राजस्थान में निरंतर भर्तियों में हो रही धांधली से वे आहत हैं। उन्होंने राष्ट्रपति को अपना त्यागपत्र भेज दिया है। राजस्थान पत्रिका से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी में रहते हुए सरकार के भ्रष्ट सिस्टम से नहीं लड़ा जा सकता। इसलिए उन्होंने इस्तीफा भेज दिया है। वे अब सरकार के भ्रष्ट सिस्टम के खिलाफ आवाज उठाएंगे। जरूरत हुई तो चिकित्सा विभाग में तैनात उसकी पत्नी सुमन भी अपना इस्तीफा दे देगी। पत्र में लिखा है कि तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा व माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली के कारण परीक्षाओं में गड़बड़ी हुई है।

मिल चुका शौर्य चक्र

विकास जाखड़ ने वर्ष 2016 में नक्सलियों को करारा जवाब देते हुए झारखंड के लातेहर जिले से खदेड़ दिया था। विकास की वीरता के कारण उन्हें राष्ट्रपति ने शौर्य चक्र से नवाजा था। विकास जाखड़ की वीरता का उल्लेख कक्षा आठ की पुस्तकों में भी किया गया है, जिस विकास जाखड़ की शौर्यता के किस्से स्कूलों में बच्चे पढ़ चुके हैं।
जमा करवाए साढ़े तीन लाख

विकास ने बताया कि उसे असिस्टेंट कमांडेंट बने नौ साल हुए है। वह समय से पहले इस्तीफ दे रहा है। इसलिए उसने अपनी ट्रेनिंग पर खर्च हुए साढ़े तीन लाख रुपए भी सीआरपीएफ में जमा करवा दिए हैं। उसकी अभी 20 वर्ष से ज्यादा की सेवा शेष है।

यह हैं प्रमुख मांग
-रीट रद्द की जाए, एक माह में दुबारा रीट हो। रीट की सीबीआई जांच हो।
-माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन को हटाया जाए।
-परीक्षा कमेटी में रिटायर्ड जजों को शामिल किया जाए।
-नकल माफियाओं को दस साल की सजा हो। उनकी सभी सम्पती जब्त की जाए।
-जिस संस्था में नकल हुई है उसकी मान्यता तुरंत रद्द हो।
-नकल करवाने वाले सरकारी कर्मचारियों को तुरंत बर्खास्त किया जाए।
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