मां अंबे को चुनरी भेंट करें
सौभाग्य प्राप्ति और सुहाग की मंगलकामना लेकर मां को चुनरी भेंट करने का भी इस दिन विशेष महत्व है। नवरात्र में मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा-अर्चना होती है। चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन अष्टमी को दुर्गा मां के महागौरी रूप की पूजा की जाती है। महागौरी की अराधना करने से पूर्व जन्म के पाप नष्ट होते हैं। इसके साथ ही इस जन्म के दुख, दरिद्रता और कष्ट भी मिट जाते हैं।
श्रीराम नवमी पर विशेष संयोग
श्रीराम नवमी पर इस बार पुर्नवसु नक्षत्र का संयोग बन रहा है। जो अति शुभकारी है। रामायण के अनुसार भगवान राम का जन्म चैत्र मास की नवमी तिथि और पुर्नवसु नक्षत्र के योग में दोपहर 12 बजे अभिजीत योग में हुआ था। इस बार भी ऐसा संयोग बन रहा है। ग्रह गोचर में इस गज केसरी योग, मिथुन राशि में चंद्रमा स्व राशि में शनि, शुक्र और उच्च राशि में राहु-केतु मंगल का योग बन रहा है। ्रयह योग ज्योतिष के अनुसार शुभ है। महाशक्ति दायिनी मां दुर्गा अष्टमी पूजन का विशेष महत्व है। नवरात्रि में अष्टमी, नवमी तिथि पर कन्याओं का मां का रूप मानकर पूजन किया जाता है। इसके साथ ही महागौरी और सिद्धिदात्री देवी की पूजा के बाद हवन किया जाता है।