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यह रेलगाडी नहीं, झुंझुनूं की शिक्षा एक्सप्रेस है

locationझुंझुनूPublished: Sep 29, 2020 09:50:23 pm

Submitted by:

Rajesh

विद्यालय को ऐसा आकर्षक रूप दिया है कि पास से देखने पर किसी रेलवे स्टेशन का आभास होता है। ट्रेन का रूप लिए इस विद्यालय भवन के आगे से गुजरने वाले उसको रुककर देखने को मजबूर हो जाते है। स्कूल प्रशासन ने नवाचार अपनाते हुए स्कूल को शिक्षा एक्सप्रेस का उपनाम दिया है।

यह रेलगाडी नहीं, झुंझुनूं की शिक्षा एक्सप्रेस है

यह रेलगाडी नहीं, झुंझुनूं की शिक्षा एक्सप्रेस है


गोपीकिशन सोनी
गुढ़ागौडज़ी. राजस्थान के झुंझुनूं जिले के राजकीय माध्यमिक विद्यालय हुकमपुरा के शिक्षकों ने कोरोना काल में खुद की जेब से रुपए खर्चकर विद्यालय भवन की सूरत ही बदल दी।

#education express in jhunjhunu
विद्यालय को ऐसा आकर्षक रूप दिया है कि पास से देखने पर किसी रेलवे स्टेशन का आभास होता है। ट्रेन का रूप लिए इस विद्यालय भवन के आगे से गुजरने वाले उसको रुककर देखने को मजबूर हो जाते है। स्कूल प्रशासन ने नवाचार अपनाते हुए स्कूल को शिक्षा एक्सप्रेस का उपनाम दिया है।
विद्यालय भवन को पेंट करने और आकर्षक बनाने के लिए शिक्षकों ने मिलकर अपने वेतन से एक लाख रुपए एकत्रित किए। सहयोग करने वाले शिक्षकों में प्रधानाध्यापक सिकंदर कुरैशी, वरिष्ठ अध्यापक ओमप्रकाश, सुशीला मीणा, जितेंद्र कुमार सैनी, गीगाराम, अध्यापक अनिल कुमार, सुमित्रा, अनिल मीणा, परमेश्वरी, शारीरिक शिक्षक मंजू झाझडिया और कनिष्ठ सहायक सुनील कुमार शामिल हैं।
पर्यावरण के प्रति भी जागरूक
भवन को आकर्षक रूप देने के बाद शिक्षकों ने अब परिसर को हरा भरा बनाने और गार्डन विकसित करने का कार्य शुरू कर दिया है। अभी स्कूल में करीब चालीस पेड़ लगे हुए हैं। शिक्षकों ने इस बार भी अनेक नए पौधे विद्यालय परिसर में लगाए हैं।
##education express in rajasthan

पिछले 5 वर्ष का नामांकन

2016-17 115
2017-18 101
2018-19 90
2019-20 86
2020-21 101

पिछले 5 वर्ष का दसवीं बोर्ड का
परीक्षा परिणाम

2015-16. 87.5त्न
2016-17. 52त्न
2017-18. 100त्न
2018-19. 91.67
2019-20. 90त्न

वर्तमान में विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की संख्या
कुल स्वीकृत पद 14
कार्यरत 11
रिक्त पद-3
अंग्रेजी वरिष्ठ अध्यापक 1
संस्कृत वरिष्ठ अध्यापक 1
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 1


यह कार्य भी किए
-विद्यालय में अंग्रेजी व संस्कृत के पद रिक्त होने के कारण विद्यालय स्टाफ व जन सहयोग से निजी शिक्षकों की व्यवस्था की।
– विद्यालय स्टाफ ने गणित व विज्ञान की अतिरिक्त कक्षाएं लगाई।
-चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का पद रिक्त होने के कारण मोबाइएप के माध्यम से स्वचालित पीरियड लगाने की व्यवस्था। घंटी अपनेआप बज जाती है।
-सत्र 2019-20 में पढने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को दानदाताओं के सहयोग से निशुल्क विद्यालय पोशाक वितरित करवाई गई।
इनका कहना है…
सरकारी विद्यालयों से विद्यार्थियों को अधिक से अधिक जोडऩे के लिए विद्यालय स्टाफ ने मिलकर विद्यालय में नवाचार करने का निर्णय किया जिसमें प्राथमिकता के आधार पर विद्यालय भवन को आकर्षक रूप दिया गया है। आगामी समय में जन सहयोग के माध्यम से प्रोजेक्टर से शिक्षण की व्यवस्था विद्यालय प्रांगण का सौंदर्यकरण तथा मंच का निर्माण करने की योजना है।
-सिकंदर कुरैशी, प्रधानाध्यापक
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