दूसरा उप चुनाव मंडावा में 1983 में तत्कालीन विधायक लच्छूराम के निधन के कारण हुआ।इस चुनाव में दयाराम को हराकर कांगे्रस के रामनारायण चौधरी विधायक बने।
इसके बाद खेतड़ी में 1988 में तत्कालीन विधायक मालाराम गुर्जर के निधन के कारण तीसरा उप चुनाव हुआ।इस उप चुनाव में कांग्रेस के डॉ जितेन्द्र ङ्क्षसह ने दाताराम गुर्जर को हराया।
चौथा उप चुनाव झुंझुनूं में 1996 में हुआ। बहुचर्चित इस उप चुनाव में भाजपा के डॉ मूलङ्क्षसह शेखावत व कांग्रेस के दिग्गज नेता शीशराम ओला के पुत्र बृजेन्द्र ओला के बीच मुकाबला हुआ। जिसमें डॉ मूल सिंह शेखावत ने जीत दर्ज की।
पांचवां उप चुनाव सूरजगढ़ विधायक संतोष अहलावत के सांसद बनने के कारण हुआ। इस उप चुनाव में भाजपा के डॉ दिगम्बर सिंह व कांग्रेस के श्रवण कुमार मैदान में रहे। भाजपा सत्ता में होने के बावजूद उसे हार का सामना करना पड़ा, जीत कांग्रेस के श्रवण कुमार की हुई।जिले में मंडावा का यह छठा उप चुनाव है। इसमें एक तरफ कांग्रेस की रीटा चौधरी है तो दूसरी तरफ भाजपा की सुशीला सीगड़ा है। वहीं कांग्रेस के बागी सत्यवीर कृष्णिया भी ताल ठोक रहे हैं। कुल नौ प्रत्याशी मैदान में हैं।
2 लाख 28 हजार 201
कुल बूथ- 259 -मतदान दिवस- 21 अक्टूबर
-मतदान का समय-
सुबह सात से शाम छह बजे तक
-मतगणना- 24 अक्टूबर को
मंडावा सीट अस्तित्व में
आई 1957
पहले विधायक-
लच्छूराम
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यह जीत चुके उप चुनाव में
-शीशराम ओला
-डॉ जितेन्द्रसिंह
-रामनारायण चौधरी
-डॉ मूल सिंह शेखावत
-श्रवण कुमार
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