एसे लिया झांसे में मुरारीलाल ने जांच टीम को बताया कि वर्ष 2019 में पंजाब निवासी दो व्यक्तियों ने उससे संपर्क कर दुकान करवाकर दी। दुकान पर लोन दिलवाने का लालच दिया। इसके बाद गांव की एक दुकान का किरायानामा, आधार कार्ड, पैन कार्ड व बैंक पास बुक की कॉपी ली थी। इसके बदले उसे वर्ष 2019 से दुकान किराये के नाम पर प्रतिमाह 2500 रुपए मिल रहे हैं। टीम ने फ र्म मालिक का बयान दर्ज कर त्वरित कार्रवाई करते हुए फ र्म के क्रेडिट लेजर में पड़े 16.5 लाख रुपए जब्त कर लिए। फ र्म के पंजीयन के निलंबन के लिए उच्च अधिकारियों को लिख दिया गया है। प्राथमिक जांच में फ र्म द्वारा 30 करोड़ का फ र्जी लेन-देन कर करीब 5.50 करोड़ के टैक्स की चोरी किया जाना सामने आया है। संयुक्त आयुक्त जालान ने बताया कि वित्तीय अपराध करने वाले लोगों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई करने वाली टीम में संयुक्त आयुक्त उमेश कुमार जालान, सहायक आयुक्त एस.आर. मेघवाल व नवज्योत सिंह, राज्य कर अधिकारी सुनील जानंू व राकेश धनखड़ तथा कर सहायक सुनील शर्मा शामिल रहे।