तो वहीं ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि बेसहारा गाय और बछड़े खेत को नुकसान पहुंचा देते हैं। ऐसे में किसान इन बछड़ों को जोहड़ी में बांध देते हैं और सुबह खोल देते हैं। लेकिन गोरक्षक मानने को तैयार नहीं हुए।
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पुलिस को बुलाना पड़ा बैठक- बाद में मामला बढ़ता हुआ देखा पुलिस की मौजूदगी में गांव के शीतला माता के मंदिर के सामने शुक्रवार को बुद्धराम की अध्यक्षता में पंचायत की बैठक हुई। जहां ग्रामीणों ने कहा कि गोरक्षक इन बछड़ों को गोशाला लेकर जाए। गांव के लोग चंदा कर हर बछड़े के 11 सौ रुपए और गाड़ी का खर्चा देने को तैयार हैं। नहीं तो गोरक्षकों के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। इनके खिलाफ शिकायत- इधर बाबूलाल जिसे गोतस्कर समझ पीटा गया था उसका कहना कि 6-7 युवकों के खिलाफ मारपीट की शिकायत की है। पंचायत में कर्मवीर यादव, रविंद्र यादव, राजेंद्र, यादराम मास्टर, धर्मवीर, सुबेराम, राजवीर, जगमाल, रामनिवास, ओमप्रकाश, कुलदीप यादव आदि मौजूद थे।
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इनका कहना- रात को बुहाना के गोरक्षकों ने सूचना दी कि रायपुर के जोहड़ में गायों को बंधक बना रखा है। जिन्हें बेचा जा रहा है। गश्त की गाड़ी मौके पर पहुंची तो वहां कुछ बछडों को रस्सी से बांध रखा था। गोरक्षक भी पहुंच गए। उन्होंने खेत की रखवाली कर रहे बाबूलाल के साथ गोतस्कर समझ मारपीट कर दी। दोनों पक्षों में फिलहाल समझौता जारी हैं।– किरण सिंह यादव, थानाधिकारी, पचेरी