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क्योंकि राजस्थान की यह पंचायत भी कभी नगर पालिका थी!

locationझुंझुनूPublished: Jul 21, 2020 10:47:47 pm

चौधरी ने मुंबई के अस्पताल के निदेशक मण्ड्रेला निवासी चिरंजीलाल जोशी से कहा कि आपको कभी कोई काम पड़े तो जरूर बताना। जोशी ने उसी समय अपने निजी कार्य बताने की बजाय गांव के विकास की बात कही।

क्योंकि राजस्थान की यह पंचायत भी कभी नगर पालिका थी!

क्योंकि राजस्थान की यह पंचायत भी कभी नगर पालिका थी!

राकेश सिंघल

मण्ड्रेला. ग्राम पंचायत तो क्रमोन्नत होकर नगर पालिकाएं बनती रही हैं, लेकिन राजस्थान के झुंझुनूं जिले में मंड्रेला कस्बा ऐसा है जो नगर पालिका से ग्राम पंचायत बना है। अब फिर कस्बेवासी इसे पंचायत से पालिका बनवाने की मांग कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार वर्ष 1976 में मंडावा विधायक रामनारायण चौधरी उस समय स्वायत्त शासन मंत्री थे। चौधरी के परिवार का सदस्य गंभीर बीमार हो गया। उपचार मुंबई के प्रसिद्ध अस्पताल में हुआ। एक महीने के उपचार के बाद विधायक के परिवार का सदस्य ठीक हो गया। वहां की व्यवस्था से मंत्री चौधरी खुश हो गए। चौधरी ने मुंबई के अस्पताल के निदेशक मण्ड्रेला निवासी चिरंजीलाल जोशी से कहा कि आपको कभी कोई काम पड़े तो जरूर बताना। जोशी ने उसी समय अपने निजी कार्य बताने की बजाय गांव के विकास की बात कही। जोशी ने कहा कि वे उनके गांव मंड्रेला को ग्राम पंचायत से नगर पालिका बनवा दें, ताकि गांव का विकास हो सके। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ माह बाद ही तत्कालीन स्वायत्त शासन मंत्री रामनारायण चौधरी ने मंड्रेला को पंचायत से नगर पालिका बनवा दिया। पालिका के पहले सीओ दयाचंद नेण को लगाया। तत्कालीन सरपंच रघुवीर सिंह निर्वाण को चैयरमैन एवं सभी वार्ड पंचों को पार्षद बना दिया। बालाजी मंदिर के पीछे बने एक मकान में पालिका का भवन चलने लगा। सफाई कर्मचारी भी लगाए गए।
#mandrela
यूं बनी नगरपालिका से पंचायत
वर्ष 1980 में नगरपालिका की ओर से गांव के मुख्य मार्गों पर पालिका की ओर से चूंगीनाका बना दिया गया। जिससे गांव के व्यापारियों को बाहर से सामान लाने पर चूंगी देनी पड़ती थी। जिससे परेशान होकर व्यपारियों व अन्य ने इसकी शिकायत की। उन्होंने फिर से पालिका बनवाने की मांग की। सरकार ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी।

कोर्ट से लिया स्टे
नगरपालिका से पुन पंचायत बनाने पर अनेक ग्रामीणों ने रोष जताया। बैठक के बाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। हाइकोर्ट से स्टे ले लिया। यह स्टे वर्ष 1982 तक चला। इसके बाद सरकार बदल गई। सरकार ने पालिका को फिर से पंचायत बना दिया। नगरपालिका के कर्मचारियों का अन्य जगह स्थांतरण कर दिया।

फिर पालिका बनाएंगे
मण्ड्रेला के विकास के लिए हर जरूरी कार्य किए जाएंगे। मण्ड्रेला की जनता चाहेगी तो नगरपालिका बनाई जाएगी। लोगों की राय से आगे का कार्य किया जाएगा।
-जेपी चंदेलिया, विधायक पिलानी

मैंने करवाया विकास
विधायक रहते मैंने विधायक कोटे सहित अन्य योजनाओं में लाखों रुपए के कार्य मण्ड्रेला में करवास। परंतु आबादी में कस्बा बड़ा होने पर कई मुख्य समस्याओं का स्थाई समाधान नहीं हो सका। अगर मण्ड्रेला नगरपालिका बने तो बजट अधिक मिलने पर मुख्य समस्याओं का स्थाई समाधान हो जाएगा।
-सुंदरलाल, पूर्व विधायक पिलानी

जनसंख्या 25 हजार
मतदाता 12 हजार
पालिका बनी 1976 से 82
पहले पालिकाध्यक्ष रघुवीरङ्क्षसह निर्वाण
पहले सीओ-दयानंद नैण
वर्तमान में वार्ड 25

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