सीआई बलराज मान ने बताया कि इनके पास विदेशों से कॉल आती थी। कॉल को ये अन्य जगह डायवर्ट करते थे। इसके इन्हें एक मिनट के 15 पैसे मिलते थे। आरोपित अब तक करीब एक लाख 35 हजार रुपए कमा चुके थेे। पुलिस ने बताया कि वसीम ने भिवाड़ी में हुई कार्रवाई के बाद आरोपितों को चेताया था कि कुछ दिनों के लिए काम बंद कर दें।
पुलिस ने बताया कि आरोपितों के ठिकानों से चार मशीन व 54 सिम जब्त की गई है। आरोपितों ने उक्त सिम फर्जी नाम से ले रखी थी। पुलिस ने बताया कि वसीम ने मनोज को कहा कि कॉल सेंटर संचालित करने के लिए इंटरनेट का कनेक्शन, बिजली व सिम की आवश्यकता होगी। इसके बाद आरोपितों ने करीब 52 सिम फर्जी नाम से खरीदी। पुलिस ने मशीन व सिम व मशीन चलाने का सामान जब्त किया है। पुलिस फर्जी सिम बेचने वाले दुकानदारों से भी पूछताछ कर रही है।
यह गिरोह जिले में तीन माह से सक्रिय था, लेकिन किसी को कानों कान खबर नहीं लगी। पुलिस चौथे आरोपित की तलाश कर रही है। तीनों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया।
नवलगढ़ में हुई कार्रवाई के तार बड़े गिरोह से जुड़े हो सकते हैं। भिवाड़ी में फर्जी एक्सचेंज का खुलासा होने के बाद उसके तार अंडरवल्र्ड से जुड़ेे होने का दावा किया गया था। अब नवलगढ़ में हुई कार्रवाई के तार भी किसी बड़े गिरोह से जुड़े हो सकते हैं। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है।
इंटरनेशनल कॉल लोकल कॉल में बदली जाती थी।इससे सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा था तथा देश की सुरक्षा को भी बड़ा खतरा हो सकता था। अवैध रूप से मशीने संचालित होने की भनक खुफिया एजेंसियों को भी नहीं लगी।