वह दो महीने पहले छोटी बहन की शादी में शामिल होने के लिए घर आया था। छुट्टियां पूरी होने के बाद वापस ड्यूटी पर जाने के लिए वह दिल्ली से बह्मपुत्र एक्सप्रेस से गुवाहाटी के लिए रवाना हुआ। रास्ते मे 19 मार्च को ट्रेन में उसकी तबीयत खराब हो गई। सूचना पर रेलवे पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर आईटीबीपी ने गुवाहाटी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया। मंगलवार की सुबह नो बजे जवान जितेंद्र की पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंची। यहां आईटीबीपी रेवाड़ी की 28 बटालियन के जवानों की टुकड़ी ने एएसआई प्रताप सिंह की अगुवाई में गार्ड ऑफ ऑनर दिया। सैनिक के बड़े भाई के लड़के ने मुखाग्नि दी। सेना के अधिकारियों ने बड़े भाई को तिरंगा सौंपा।
तीन साल की है बेटी
सैनिक जितेंद्र कुमार पूनिया के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। पत्नी अनिता गृहणी है। उसके तीन साल की बेटी सीवी है। दो बड़े भाई संजय कुमार व धर्मेंद्र कुमार है। छोटी बहन कि 15 फरवरी को शादी हुई है। बेटी सीवी बार-बार पूछ रही पापा कब आएंगे? परिवार के किसी भी सदस्य के पास उसके सवालों के जवाब में केवल आंसू ही निकल रहे हैं।
घर में मचा कोहराम
गांव में कुछ लोगों को 19 मार्च को ही सैनिक के निधन का समाचार मिल गया था। घर वालो को मंगलवार सुबह उसके निधन की जानकारी दी गई तो घर में कोहराम मच गया। सूचना पर आस-पास के गांवों से भी लोग सैनिक के घर पहुंचे।
सेना में जाने के लिए करता था प्रेरित
गांव के युवाओं ने बताया कि जवान जितेंद्र बहुत ही मिलनसार एवं हंसमुख था। जब भी छुट्टी आता युवाओं को सेना में जाने के लिए प्ररित करता था।
इन्होंने दी श्रद्धांजलि
मण्ड्रेला पुलिस थाने से एएसआई रतनलाल मीणा, हवासिंह यादव, भूपेंद्र सिंह शेखावत, धर्मपाल सूरा, कनिष्ठ अभियंता मायाराम कुमावत, जिसुख शर्मा, राजू खुड़िया,दलीप डूडी, राजेश डूडी, महेंद्र सेन, नरेंद्र कुमार,बंशीधर टेलर,बनारसीलाल गोड़ आदि ने पुष्प अर्पित कर जवान को श्रद्धांजलि दी।