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झुंझुनूं में जलदाय विभाग ने साढ़े छह हजार उपभोक्ताओं के साथ किया ऐसा की फूटा आक्रोश

locationझुंझुनूPublished: Jul 31, 2018 01:29:31 pm

Submitted by:

vishwanath saini

झुंझुनूं. पानी के बढ़े बिलों के विरोध में सोमवार को लोगों ने कलक्ट्रेट के बाहर पड़ाव डाला। महिलाओं ने बिलों की होली जलाकर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में लोगों ने कलक्टर को ज्ञापन सौंप बढ़े बिल की राशि को कम करने की मांग की।

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झुंझुनूं में जलदाय विभाग ने साढ़े छह हजार उपभोक्ताओं के साथ किया ऐसा की फूटा आक्रोश

झुंझुनूं. पानी के बढ़े बिलों के विरोध में सोमवार को लोगों ने कलक्ट्रेट के बाहर पड़ाव डाला। महिलाओं ने बिलों की होली जलाकर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में लोगों ने कलक्टर को ज्ञापन सौंप बढ़े बिल की राशि को कम करने की मांग की।बिल की राशि कम नहीं होने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी भी दी। हालांकि कलक्टर की ओर से सात दिवस के अन्दर समाधान का आश्वासन दिया गया है।
इससे पहले वक्ताओं ने जलदाय विभाग पर पानी के नाम पर लूट मचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले मनमर्जी से फ्लैट रेट तय की गई थी, लेकिन अब अचानक बढ़े हुए बिल उपभोक्ताओं को थमा दिए। जबरन बिल थोपने की नीति को किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
इस दौरान वक्ताओं ने राशि कम नहीं होने तक बिल जमा नहीं करवाने की बात कही गई। इस मौके पर कैप्टन मोहनलाल, फूलचंद बड़बर, रामचंद्र, फूलचंद ढेवा, जिला परिषद सदस्य दिनेश सुण्डा, चंद्रकला दडिय़ा, संतोष पूनिया, शारदा जाखड़, शुभकरण, राजबाला, बीरबल, नरेश देवी, कमला, लालचंद प्रेमी, सागरमल, बजरंगलाल, इंद्रा खेदड़, सादिक खा, मनफूल बिजानिया, नेमीचंद पूनिया, रामकुमार आदि उपस्थित थे।
साढ़े छह हजार उपभोक्ता पर लगाया चार्ज
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से करवाए सर्वे में करीब साढ़े छह हजार उपभोक्ताओं के घरों में पानी के नल पर मीटर नहीं पाया गया। ऐसे में विभाग की ओर से उपभोक्ताओं को बिना कोई नोटिस दिए ही उनके बिलों में 550 रुपए मीटर चार्ज जोड़कर भेजा दिया है। झुंझुनूं शहर में करीब 27 हजार उपभोक्ता है। जिनमें से अधिकांश उपभोक्ताओं ने अपने घरों में मीटर नहीं हंै और वे सीधा बिना मीटर के ही पानी को उपभोग कर रहे थे।
यह थी स्थिति
पहले बिल 52 रुपए और बाद में बिल 110 रुपए आता रहा। जिसका कोई विरोध नहीं हुआ। इस बार ऐसे उपभोक्ता जिनके घरों में पानी का मीटर नहीं था। उनके बिल में 550 रुपए मीटर चार्ज जोड़कर बिल थमा दिए गए। एकाएक बिलों के अधिक आने से उपभोक्ता सकते में आ गए। उपभोक्ताओं का कहना है कि अगर मीटर नहीं था तो विभाग को पहले कोई चेतावनी देनी चाहिए थी। बिना कोई पूर्व नोटिस के ही बिलों में चर्चा जोड़ दिया गया।
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