जाकिर ने बताया कि रिपोर्ट में कैंसर होने की जानकारी लगने पर उनकी रूलाई फूट गई, ये बात घर आकर बताई तो सभी अनिष्ट की आशंका को देखते हुए परेशान हो गए।लेकिन इस परेशानी के वक्त में उनकी मां, पत्नी, रिश्तेदार व मित्रों ने उन्हें हौसला बंधाया।उन्होंने बताया कि कैंसर का इलाज करवाया, इसके बाद से अबतक स्वस्थ्य है। हालांकि ऑपरेशन के बाद चेहरे में बदलाव आ गया है।ऑपरेशन के बाद चीजें निगलने में काफी दिक्कत होती है।
उन्होंने बताया कि ठीक होने के बाद लोगों को इस व्यसन को छुड़वाने का मकसद बनाया।इसकी शुरूआत पहले घर से कही।उसके बाद में अभी तक करीब तीन सौ से अधिक लोगों को प्रेरित कर नशा छुड़वाने में कामयाब रहे हैं।तम्बाकू, पान-मसाला खाने वाले को स्वयं का चेहरा दिखाकर लत को छोडऩे के लिए कहते हैं, लोगों को तम्बाकू जनित उत्पादों के दुष्परिणामों के बारे में भी बताते हैं।समय-समय पर स्कूल, कॉलेजों में जागरूकता शिविर लगाते हैं।