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जेल में बंदियों पर बुलैट रखेगा नजर

locationझुंझुनूPublished: Mar 13, 2019 12:39:08 pm

Submitted by:

manish mishra

झुंझुनूं. जेल में बंदियों के बीच वर्चस्व को लेकर मारपीट व झगड़े आम बात है।

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जेल में बंदियों पर बुलैट रखेगा नजर

 

झुंझुनूं. जेल में बंदियों के बीच वर्चस्व को लेकर मारपीट व झगड़े आम बात है। समय पर ऐसी घटनाओं की जानकारी नहीं मिलने से स्थिति को संभाल पाना जेल प्रशासन के लिए मुसीबत बन जाता है। घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रशासन की मदद से जेल में बुलैट कैमरे लगाया जाना प्रस्तावित है।
जानकारी के मुताबिक पूर्व में बंदियों पर निगरानी रखने के लिए कैमरे लगाए गए थे। लेकिन आकाशीय बिजली गिरने से आई तकनीकी खराबी आने से बेकार हो गए। जेल प्रशासन ने कैमरों का रख-रखाव करने वाली कम्पनी को कई बार पत्र लिखकर ठीक करने के लिए कहा। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया। कैमरे नहीं होने से जेल प्रशासन को बंदियों पर निगरानी रखने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले दिनों जेल का निरीक्षण करने पर पहुंचे जिला कलक्टर को जेल उपाधीक्षक मोइनुद्दीन पठान की ओर से इस बारे में अवगत करवाया गया।मामले की गंभीरता को समझते हुए प्रशासन की ओर से तीस कैमरे व आरओ प्लांट लगाए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है। कैमरे दानदाता के सहयोग से लगाए जाएंगे।
जेल परिसर में कंट्रोल केन्द्र
जेल अधिकारियों ने बताया कि बुलैट कैमरे बंदियों की बैरक, पोर्च सहित परिजनों के मुलाकात कक्ष में लगाए जाएंगे।मॉनिटरिंग के लिए जेल परिसर में कक्ष तैयार किया गया है। जहां पर बैठा हुआ जेल कर्मी आने-जाने वालों सहित बंदियों की दिनचर्या पर नजर रख सकेगा। किसी प्रकार के विवाद होने की स्थिति में समय पर पता चलने से नियंत्रण करने में आसानी होगी।
बारिश में नहीं होते खराब
जेल में कम्प्यूटर कर्मी शक्ति सिंह ने बताया कि बुलैट कैमरा दूसरे सीसीटीवी कैमरे से काफी बेहतर होता है। डबल कवर होने के कारण बरसात के मौसम में अन्य के मुकाबले खराबी आने की संभावना कम रहती है। रात के वक्त भी दृश्य काफी साफ दिखाई देते हैं।
जेल में बंदियों के बीच झगड़े आम
जेल में बंदियों के बीच झगड़े आम बात है, पिछले साल मामूली कहासुनी के बाद कुछ बंदियों ने दूसरे बंदियों पर हमला कर दिया था। इसके अलावा जेल की जांच के दौरान बंदियों के कब्जे से मोबाइल व सिमें भी बरामद हो चुकी है। साथ ही परिजनों की ओर से चोरी-छिपे मादक पदार्थ पहुंचाना भी आम बात है। लेकिन कैमरे लगने से आसानी से नजर आने से रोकथाम लगना संभव हो सकेगा।
मिलेगी राहत
पहले लगे कैमरे खराब हो गए थे, ऐसे में बंदियों पर निगरानी रखने में कुछ परेशानी थी।इस सम्बंध में कलक्टर को अवगत कराने पर उन्होंने तीस बुलैट कैमरे लगाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इससे काफी राहत मिलेगी।
मोइनुद्दीन पठान, जेल उपाधीक्षक झुंझुनूं
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