बीपीएल रहीश को इलाज के लिए सरकारी सहायता की दरकार
झुंझुनूPublished: Apr 19, 2019 12:49:37 pm
बीपीएल रहीश को इलाज के लिए सरकारी सहायता की दरकारबिसाऊ. पैर के ऑपरेशन के लिए घर गिरवी रख चुके कस्बे के वार्ड 10 निवासी बीपीएल रहीश शेख ने अपनी दर्द भरी दास्तां बयां करते हुए मुख्यमंत्री से सहयोग की गुहार लगाई है। बाएं पैर में हुए मामूली सी तकलीफ ना जने कब नासूर बन गई। जिसके चलते रहीश की जिंदगी आज दूसरों पर आश्रित होकर रह गई। कर्ज लेकर महंगे महंगे अस्पतालों में चार बार ऑपरेशन करवाने वाले रहीश को सरकारी योजनाओं का भी कोईलाभ नहीं मिल पा रहा है। बकौल रहीश उसके पैर के लिए अब लेजर सिस्टम से ऑपरेशन होना ही पुख्ता ईलाज है। लेकिन पहले से कर्ज में डूबे होने के कारण दो से तीन लाख की मोटी रकम की व्यवस्था उसके बूते से बाहर है। रहीश अपनी बीमारी के चलते घर बैठने को मजबूर है। ऐसे में ऑपरेशन के लिए रहीश ने अब अंत में मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। गुरुवार को रहीश ने मुख्यमंत्री के नाम का एक पत्र ईओ प्रमोद जांगिड़ को देकर ईलाज के लिए आर्थिक सहयोग की मांग की है।
बीपीएल रहीश को इलाज के लिए सरकारी सहायता की दरकार
बीपीएल रहीश को इलाज के लिए सरकारी सहायता की दरकार
बिसाऊ. पैर के ऑपरेशन के लिए घर गिरवी रख चुके कस्बे के वार्ड 10 निवासी बीपीएल रहीश शेख ने अपनी दर्द भरी दास्तां बयां करते हुए मुख्यमंत्री से सहयोग की गुहार लगाई है। बाएं पैर में हुए मामूली सी तकलीफ ना जने कब नासूर बन गई। जिसके चलते रहीश की जिंदगी आज दूसरों पर आश्रित होकर रह गई। कर्ज लेकर महंगे महंगे अस्पतालों में चार बार ऑपरेशन करवाने वाले रहीश को सरकारी योजनाओं का भी कोईलाभ नहीं मिल पा रहा है। बकौल रहीश उसके पैर के लिए अब लेजर सिस्टम से ऑपरेशन होना ही पुख्ता ईलाज है। लेकिन पहले से कर्ज में डूबे होने के कारण दो से तीन लाख की मोटी रकम की व्यवस्था उसके बूते से बाहर है। रहीश अपनी बीमारी के चलते घर बैठने को मजबूर है। ऐसे में ऑपरेशन के लिए रहीश ने अब अंत में मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। गुरुवार को रहीश ने मुख्यमंत्री के नाम का एक पत्र ईओ प्रमोद जांगिड़ को देकर ईलाज के लिए आर्थिक सहयोग की मांग की है।
रहीश ने बताया कि करीब 15 साल पहले मेहनत मजदूरी करने के दौरान उसके बाए पैर की नसों में खिंचाव आ गया था। जिसका सामान्य ईलाज करवाते करवाते चार बार ऑपरेशन भी करवा लिया। लेकिन सही ईलाज नहीं होने के कारण वह तिल तिल मरने को मजबूर है। रहीश ने बताया कि उसने दिल्ली, अहमदाबाद, जयपुर आदि के निजी व सरकारी अस्पतालों में महंगे ऑपरेशन करवाए। जिसके लिए पैसों का इंतजाम करने के लिए अपना घर गिरवी रखना पड़ा।
रहीश ने बताया अब जयपुर में एक प्राइवेट अस्पताल ने उसके पैर की बीमारी को ठीक करने का यकीन दिलाया है लेकिन लेजर ऑपरेशन का खर्चा दो से तीन लाख होने तथा जयपुर के इस अस्पताल में सरकारी योजनाओं के तहत उक्त ईलाज पंजीकृत नहीं होने के कारण रहीश को अब विशेष सहयोग की दरकार है। रहीश ने सरकार से उसकी परेशानी को समझते हुए ईलाज के लिए विशेष आर्थिक सहयोग देने की गुहार लगाई है। इस बारे में ईओ प्रमोद जांगिड़ ने बताया कि रहीश बीपीएल परिवार से है, उसकी मांग को मुख्यमंत्री कार्यालय तक भिजवा कर राहत पहुंचाने की कोशिश की जाएगी।