मजदूर दुआ देते हुए यूपी व बिहार रवाना
झुंझुनूPublished: May 24, 2020 12:18:15 pm
बुहाना. लॉकडाउन में फंसने से मजदूरी मिलनी बंद हो गई। काम नहीं मिलने से खाने के लाले पड़ गए। घर जाने के लिए पन्द्रह दिन से इंतजार कर रहे थे। घर जाने की खबर मिली तो मन खुश हो गया। साहब आपने हमारी सुनीए हम आपके लिए दुआ करेंगे। यह कहना है कि शुक्रवार देर शाम को उत्तर प्रदेश एवं मध्यप्रदेश के लिए रवाना किए गए श्रमिकों का। श्रमिकों को पहले ग्रामीण क्षेत्रों से लाकर बुहाना में सरकारी स्कूल में एकत्र किया गया।
मजदूर दुआ देते हुए यूपी व बिहार रवाना
मजदूर दुआ देते हुए यूपी व बिहार रवानाबुहाना. लॉकडाउन में फंसने से मजदूरी मिलनी बंद हो गई। काम नहीं मिलने से खाने के लाले पड़ गए। घर जाने के लिए पन्द्रह दिन से इंतजार कर रहे थे। घर जाने की खबर मिली तो मन खुश हो गया। साहब आपने हमारी सुनीए हम आपके लिए दुआ करेंगे। यह कहना है कि शुक्रवार देर शाम को उत्तर प्रदेश एवं मध्यप्रदेश के लिए रवाना किए गए श्रमिकों का। श्रमिकों को पहले ग्रामीण क्षेत्रों से लाकर बुहाना में सरकारी स्कूल में एकत्र किया गया। उपखंड प्रशासन की तरफ से तीन बसों से मध्यप्रदेश के 107 श्रमिक एवं 29 श्रमिक उत्तर प्रदेश के लिए रवाना किए गए। मध्यप्रदेश के श्रमिक छत्तरपुर के रहने वाले थे, उन्हें बस से मुरैना एवं शिवपुरी में छोड़ा जाएगा। उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को हाथरस में पहुंचाया जाएगा। श्रमिकों की रवानगी से पहले बसों को सनेटाइजर किया गया। उसके बाद सभी श्रमिकों को नाश्ता कराने के बाद रास्ते के लिए भोजन के पैकेट दिए गए। तहसीलदार मांगेराम पूनीया ने बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर गिरदावर अनिल कुमार, नायब तहसीलदार बबीता, लक्ष्मीनारायण सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। श्रमिकों के बस में बैठकर घर जाने की खुशी चेहरे से साफ झलक रही थी। सूरजगढ़ से मध्यप्रदेश भेजे 222 श्रमिक प्रदेश के 222 प्रवासी मजदूरों को छह रोडवेज बसों से घरों के लिए रवाना किया। उपखंड अधिकारी अभिलाषा ने हरी झंडी दिखाकर बसों को रवाना किया। उन्होंने बताया कि सभी श्रमिकों को झुंझुनूं-आगार की बसों से एमपी के क्षत्रपुर (ग्वालियर) के लिए भेजा गया। रवानगी से पहले श्रमिकों का चिकित्सकों की टीम ने स्वास्थ्य जांचा। श्रमिकों के लिए मास्क, सैनेटाइजर, मिठाई, पानी बोतल व भोजन की व्यवस्था की गई। इस मौके पर तहसीलदार बंशीधर योगी, नायब तहसीलदार सतीश राव, नीरज कुमारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी हनुमान दाधीच आदि मौजूद थे।