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कोरोना को मात देने वाले युवक की कहानी, परिवार व डॉक्टरों ने हिम्मत दी, और पाई कोरोना पर विजय

locationझुंझुनूPublished: Apr 04, 2020 05:58:39 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

जिस दिन मुझे पता चला कि मैं खुद, पत्नी और मासूम बेटी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं मेरी टेंशन बढ़ गई। नींद गायब हो गई। सभी चिंतित हो गए, लेकिन पत्नी, परिवार, नर्सिंग स्टाफ व डॉक्टरों ने दवा के साथ हिम्मत भी दी। मेरा हर पल हौंसला बढ़ाया। हमेशा यही कहते आप ठीक हो जाओगे।

Jhunjhunu young man coronavirus report negative

जिस दिन मुझे पता चला कि मैं खुद, पत्नी और मासूम बेटी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं मेरी टेंशन बढ़ गई। नींद गायब हो गई। सभी चिंतित हो गए, लेकिन पत्नी, परिवार, नर्सिंग स्टाफ व डॉक्टरों ने दवा के साथ हिम्मत भी दी। मेरा हर पल हौंसला बढ़ाया। हमेशा यही कहते आप ठीक हो जाओगे।

राजेश शर्मा/झुंझुनूं। जिस दिन मुझे पता चला कि मैं खुद, पत्नी और मासूम बेटी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं मेरी टेंशन बढ़ गई। नींद गायब हो गई। सभी चिंतित हो गए, लेकिन पत्नी, परिवार, नर्सिंग स्टाफ व डॉक्टरों ने दवा के साथ हिम्मत भी दी। मेरा हर पल हौंसला बढ़ाया। हमेशा यही कहते आप ठीक हो जाओगे।
उनके निर्देशों का पालना किया। हमेशा सकारात्मक सोच रखी। अब परिवार के तीनों सदस्यों की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है। यह कहना है जिले के पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज का। इटली से 8 मार्च को आया यह युवक, इसकी पत्नी व तीन साल की बेटी कोरोना पॉजिटिव आ गए थे।
रिपोर्ट आते ही घर के एक किलोमीटर के दायरे में कफ्र्यू लगा दिया गया था। इसके बाद से इनका उपचार जयपुर के सवाई मान सिंह चिकित्सालय में चल रहा था। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उनको एसएमएस से प्रताप नगर जयपुर में शिफ्ट कर दिया गया है।
परिवार के तीनों सदस्य एक कमरे हैं। उन्होंने बताया कि यहां की सुविधाएं किसी श्रेष्ठ निजी अस्पताल से भी बेहतर है। युवक की पत्नी ने कहा कि सभी स्टाफ ने हिम्मत दिलाई। हमेशा सकारात्मक माहौल रखा। झुंझुनू जिले में अब तक नौ मरीज पॉजिटिव मिले हैं, उनमें छह की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है।
प्लेन या एयरपोर्ट पर संक्रमित हुआ
मुझे नहीं लगाता कि मैं इटली के जिस बुलजानो शहर में रहता था वहां इस वायरस की चपेट में आया। आशंका है कि या तो मैं प्लेन में संक्रमित हुआ या फिर हवाई अड्डे पर।
मेरे पॉजिटिव आने से पूरे जिले की नींद खुली
ईश्वर नहीं करे कि कोई पॉजिटिव आए। लेकिन मेरे पॉजिटिव आने का दूसरा पहलू यह है कि पूरा झुंझुनूं सतर्क हो गया। पहले जिले का मेडिकल स्टाफ इसे गंभीरता से नहीं ले रहा था। मैं खुद चलाकर राजकीय भगवान दास खेतान अस्पताल में जांच करवाने गया था, लेकिन वहां डॉक्टरों ने दो बार तो यह कह दिया कि आपको कोई लक्षण नहीं है। जांच की जरूरत नहीं है। फिर मेरी पत्नी को कमजोरी महसूस हुई तब सभी की जांच की गई। उसके बाद तो पूरे जिले की नींद खुल गई।
आमजन को संदेश
-इस रोग में कई बार कई दिनों तक किसी प्रकार का लक्षण नहीं आता। मुझमें कई दिनों तक कोई लक्षण नहीं आया। इसलिए थोड़ी सी भी आशंका हो जाए तो जांच जरूर करवाएं।
– आप विदेश या दूसरे शहर से आए हो तो खुद इसकी सूचना दें। क्योंकि यदि आप में यह रोग है तो सबसे पहले आप अपने परिवार के लिए ही खतरा बन जाओगे।
-भीड़ से बचें।
-केन्द्र सरकार की एडवायजरी की पालना करें।

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