मुझे नहीं लगाता कि मैं इटली के जिस बुलजानो शहर में रहता था वहां इस वायरस की चपेट में आया। आशंका है कि या तो मैं प्लेन में संक्रमित हुआ या फिर हवाई अड्डे पर।
ईश्वर नहीं करे कि कोई पॉजिटिव आए। लेकिन मेरे पॉजिटिव आने का दूसरा पहलू यह है कि पूरा झुंझुनूं सतर्क हो गया। पहले जिले का मेडिकल स्टाफ इसे गंभीरता से नहीं ले रहा था। मैं खुद चलाकर राजकीय भगवान दास खेतान अस्पताल में जांच करवाने गया था, लेकिन वहां डॉक्टरों ने दो बार तो यह कह दिया कि आपको कोई लक्षण नहीं है। जांच की जरूरत नहीं है। फिर मेरी पत्नी को कमजोरी महसूस हुई तब सभी की जांच की गई। उसके बाद तो पूरे जिले की नींद खुल गई।
-इस रोग में कई बार कई दिनों तक किसी प्रकार का लक्षण नहीं आता। मुझमें कई दिनों तक कोई लक्षण नहीं आया। इसलिए थोड़ी सी भी आशंका हो जाए तो जांच जरूर करवाएं।
– आप विदेश या दूसरे शहर से आए हो तो खुद इसकी सूचना दें। क्योंकि यदि आप में यह रोग है तो सबसे पहले आप अपने परिवार के लिए ही खतरा बन जाओगे।
-भीड़ से बचें।
-केन्द्र सरकार की एडवायजरी की पालना करें।