अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी रणसिंह बावरिया और रामबाबू कपास की फसल के समय दूसरी गैंग को कपास चुगने के बहाने अपने निवास स्थान के आसपास के इलाकों में बुलाता था। इसके बाद क्षेत्र में निवास कर रहे धनी लोगों के बारे में जानकारी हासिल कर हथियार बंद गैंग को बुलाकर डकैती व लूट की घटना को अंजाम देने में सहयोग करते थे। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि बलौदा में आरोपियों ने पाबूदान सोनी के सोना, चांदी के कारोबार का पता कर बड़ी लूट के प्रयास में घड़ीहरशरु (गुरुग्राम) की कृष्णीया गैंग को बुलाकर लग्जरी वाहनों में बैठ कर रात्रि के समय घर में घुसकर डकैती डालने का प्रयास किया।
28 दिसम्बर 2019 को सूरजगढ़ के बलौदा गांव में पाबूदान सोनी के घर में घुसकर डकैती डालने का प्रयास किया, लेकिन जाग होने पर उन्होने पाबूदान पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया । हमले में पाबूदान सोनी घायल हो गया था। शोर-शराबा सुनकर कमरे में सो रहा पाबूदान का बेटा सज्जन सोनी बाहर आया तो आरोपियों ने उस पर पिस्तौल से फायर किए , गोली उसके कंधे से छूकर निकल गई। छर्रे लगने के कारण सज्जन सोनी का चेहरा झुलस गया था। मकान की दीवार पर फायरिंग के निशान थे। हालांकि प्रारंभ में पुलिस इसे वारदात को आपसी रंजिश मानकर चल रही थी।