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क्या होता है मलमास, कब शुरू होगा, क्या-क्या होगा असर

locationझुंझुनूPublished: Dec 04, 2020 09:58:35 pm

ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक माने जाने के साथ ही सूर्य जीवन में उच्च पद, मान सम्मान, पुरस्कार और लोकप्रियता के भी कारक माने गए हैं। सूर्य को पिता माना गया है। ऐसे में माना जाता है कि सूर्य जब शुभ होते हैं तो पिता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होता है।

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झुंझुनूं. मलमास 15 दिसम्बर से शुरू होगा। यह 14 जनवरी 2021 तक रहेगा।
मलमास प्रभावी होने के कारण इस अवधि में समस्त शादी विवाह आदि कार्यों का निषेध रहेगा, लेकिन सूर्य के राशि परिवर्तन के कारण इस दौरान अनेक जातकों को तरक्की मिल सकती है। जीवन में खुशहाली के योग बनेंगे।
पंडित दिनेश मिश्रा के अनुसार जब सूर्य गोचरवश धनु और मीन में प्रवेश करते हैं तो इसे क्रमश धनु संक्रांति व मीन संक्रांति कहा जाता है। सूर्य किसी भी राशि में लगभग एक माह तक रहते हैं। सूर्य के धनु राशि व मीन राशि में स्थित होने की अवधि को ही मलमास या खरमास कहा जाता है। मलमास में सभी प्रकार के शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन, सगाई, गृहारंभ व गृहप्रवेश के साथ व्रतारंभ एवं व्रत उद्यापन आदि वर्जित रहते हैं। मलमास इस माह 15 दिसंबर 2020, मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होगा। यह 14 जनवरी 2021 पौष शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि तक रहेगा।
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दिसंबर को सूर्य देव करेंगे राशि परिवर्तन
ग्रहों की राशि परिवर्तन की श्रृंख्ला में अब सूर्य का राशि परिवर्तन होने जा रहा है। ज्योतिष में सूर्य का यह परिवर्तन काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मिश्रा ने बताया कि सूर्य अभी वृश्चिक राशि में गोचर कर रहे हैं, नवंबर में यह अपनी नीच राशि तुला से निकलकर अपनी मित्र राशि वृश्चिक में आए थे, वहीं अब सूर्य वृश्चिक राशि में 15 दिसंबर तक रहने के बाद सूर्य 15 दिसंबर को धनु राशि में आ रहे हैं।
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सूर्य का धनु राशि में गोचर 15 दिसम्बर, मंगलवार को रात्रि 9 बजकर 19 मिनट पर होगा, जब सूर्य देव अपने परम मित्र बृहस्पति के स्वामित्व वाली धनु राशि में प्रवेश करेंगे। यह एक अग्नि तत्व की राशि है और सूर्य भी अग्नि तत्व प्रधान ग्रह है। इस प्रकार एक अग्नि तत्त्व प्रधान सूर्य ग्रह का प्रवेश अग्नि तत्व प्रधान धनु राशि में होगा, जिससे जीवन में खुशहाली और तरक्की आएगी।
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक माने जाने के साथ ही सूर्य जीवन में उच्च पद, मान सम्मान, पुरस्कार और लोकप्रियता के भी कारक माने गए हैं। सूर्य को पिता माना गया है। ऐसे में माना जाता है कि सूर्य जब शुभ होते हैं तो पिता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होता है। साथ ही सूर्य प्रधान व्यक्ति की वाणी ओजपूर्ण और व्यक्तित्व आकर्षक होता है, ऐसे लोग मान सम्मान के साथ किसी प्रकार का कोई समझौता करना पसंद नहीं करते हैं।
बन रहा इस राशि वालों के लिए राजयोग
धनु राशि वालों के लिए सूर्य का यह गोचर विशेष मायने रखता है। सूर्य का गोचर धनु के राशि के जातकों की जन्म कुंडली में प्रथम भाव में होने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य धनु राशि में नवम भाव के स्वामी हैं। ऐसे में धनु राशि में सूर्य का गोचर प्रथम में राजयोग का कारण बनते दिख रहे हैं। इसका अर्थ यह है सूर्य देव आपको लाभ देने जा रहे हैं, वहीं जन्म कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति यदि शुभ है तो इस गोचर काल में आप उच्च पद या प्रामोशन आदि की प्राप्ति कर सकते हैं।
इसके अलावा धनु राशि में सूर्य का गोचर मान सम्मान में वृद्धि का कारक भी बन रहा है। इस दौरान धनु राशि वालों को हर स्थान पर सम्मान प्राप्त होगा, लोकप्रियता में भी वृद्धि होगी। लोग आपकी बातों को गंभीरता से सुनेंगे, साथ ही इस दौरान जॉब, करियर और व्यापार में भी अच्छे दिन आएंगे।

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