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अगर अस्पताल में हुआ है बच्चे का जन्म तो प्रमाण पत्र के लिए नहीं काटने होंगे चक्कर

locationझुंझुनूPublished: Jun 12, 2022 06:24:13 pm

Submitted by:

Jitendra

jhunjhununews : निदेशालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण की ओर से सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, अस्पताल अधीक्षकों, मेडिकल कॉलेजों, प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों समेत सभी जिला, उप जिला, सेटेलाइट समेत सभी अस्पतालों के जिम्मेदारों को आदेश जारी कर दिए गए हैं।

अगर अस्पताल में हुआ है बच्चे का जन्म तो प्रमाण पत्र के लिए नहीं काटने होंगे चक्कर

अगर अस्पताल में हुआ है बच्चे का जन्म तो प्रमाण पत्र के लिए नहीं काटने होंगे चक्कर

झुंझुनूं. जिले के लोगों के लिए राहत की खबर है कि अब अस्पताल में पैदा होने वाले बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र के लिए नगर परिषद, नगरपालिकाओं, पंचायत समितियों व ग्राम पंचायतों में चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। अब बच्चे को डिस्चार्ज करते ही उसके माता-पिता के हाथ में उसका जन्म प्रमाण थमा दिया जाएगा। यह प्रमाण पत्र संस्थागत प्रसव पर ही मिल सकेगा, नाकि घर पर प्रसव होने पर। अगर किसी बच्चे का जन्म घर पर हुआ है तो उसे पहले की तरह ही जन्म प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को अपनाना होगा।
आदेश जारी किए
निदेशालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण की ओर से सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, अस्पताल अधीक्षकों, मेडिकल कॉलेजों, प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों समेत सभी जिला, उप जिला, सेटेलाइट समेत सभी अस्पतालों के जिम्मेदारों को आदेश जारी कर दिए गए हैं।
#No need to make rounds for birth certificate

पीसीटीएस पोर्टल के माध्यम से होगा पंजीकरण
राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर संपन्न हो रहे संस्थागत प्रसव के बाद डिस्चार्ज के समय प्रसूताओं को शिशुओं का जन्म प्रमाण पत्र पीसीटीएस पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर उपलब्ध कराया जाएगा। उक्त पोर्टल पर प्रावधान किया गया है कि जिन प्रसुताओं का प्रसव राजकीय चिकित्सा संस्थानों में हो रहा है। उन प्रसुताओं को अस्पताल से डिस्चार्ज के समय ही जन्में बच्चों का पोट्रल के माध्यम से पंजीकरण कर जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध करा दें। क्योंकि जन्म पंजीकरण की समीक्षा में सामने आया है कि अभी तक अधिकांश संस्थाओं की ओर से प्रस्तुताओं को डिस्चार्ज करते समय अस्पताल में जन्में बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जिससे इन दंपत्तियों को जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए ग्राम पंचायत, पंचायत समिति, नगर पालिका, नगर परिषद व नगर निगम आदि के कार्योलयों के चक्कर लगाकर अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
नगर परिषद व नगरपालिकाओं में लगी रहती हैं भीड़
बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र के लिए नगर परिषद व जिले की अन्य नगरपालिकाओं में भीड़ लगी रहती है। अभिभावकों को तो लंबे समय तक चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसी तरह ग्राम पंचायतों में सरपंचों के यहां पर चक्कर लगाने पड़ते हैं। रोजाना हजारों की संख्या में जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं।

इनका कहना है…

डिस्चार्ज के समय प्रसूताओं को शिशुओं का जन्म प्रमाण पत्र पीसीटीएस पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए आदेश मिल चुके हैं और यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
डा. वीडी बाजिया, पीएमओ एवं वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ, बीडीके अस्पताल (झुंझुनूं)
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