एसपी जगदीश चंद्र ने बताया कि मुखबीर से सूचना मिली थी कि शादी समारोह में कुछ युवक मिलावटी पनीर व मावा बेचने के लिए आ रहे हैं। बुहाना-सिंघाना मोड़ पर नाकाबंदी की गई। इस दौरान हर गाड़ी की तलाशी ली गई। इसी बीच हरियाणा नम्बर की एक पिकअप गाड़ी आई। जिसकी तलाशी ली तो उसमें 10 लोहे के बॉक्स, 04 लोहे के पीपे व एक प्लास्टिक का बॉक्स रखा था। दूसरी कार की तलाशी ली तो उसमें 06 लोहे के बॉक्स, 01 प्लास्टिक का ड्रम रखा हुआ मिला।सभी बॉक्स व ड्रम में नकली पनीर भरा हुआ था।आरोपियों को पकडऩे वाली टीम में निरीक्षक किशोर ङ्क्षसह भदोरिया, एसआई वीरेन्द्र सिंह, एएसआई कल्याण सिंह, हरिराम शर्मा, सत्यनारायण शर्मा, सिंघाना थानाधिकारी प्रमोद कुमार, पूरण मल व अन्य शामिल थे।
नकली पनीर व मावा का कारोबार नया नहीं है। यह कई सालों से चल रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों को भी पता है कि नकली पनीर का कारोबार खूब फलफूल रहा है।लेकिन इन पर ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे। मिलीभगत के खेल में केवल दिखावट की जा रही है।मिलावटखोरों को कठोर सजा नहीं मिलने व इसमें भारी मुनाफा होने के कारण यह अवैध धंधा खूब फलफूल रहा है।
यदि आपके क्षेत्र में कोई दुकानदार नकली पनीर व कोई भी नकली सामग्री बेचे तो आप मुख्यमंत्री सम्पर्क पोर्टल के टोल फ्री नंबर 181 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इनको किया गिरफ्तार
नकील पनीर बेचने आए नंगला गुर्जर, फिरोजपुर नूह मेवात(हरियाणा ) निवासी जाकिर मेव, राज खां मेव, जुम्मा खां मेव, आजाद मेव तथा खेड़ीकला पिनेऊवा मेवात निवासी शकील मेव को गिरफ्तार कर पिकअप व एक कार जब्त की है।
सिंघाना थानाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि जिले में एक साथ 700 किलो नकली पनीर पकडऩे व 5 जनों को गिरफ्तार करने का जिले में सबसे बड़ा मामला है। आरोपी नंगला गुर्जर थाना फिरोजपुर, जिला नूह मेवात (हरियाणा) में स्थित नकली पनीर व मावा बनाने की फैक्ट्री से पनीर लाते थे।आरोपियों ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि इस पनीर में दूध तो है ही नहीं। केवल केमिकल, दूध का नकली पावडर व घटिया रिफाइंड मिलाते हैं। वह भी सिंथेटिक है। आरोपियों ने अब तक छह बार जिले में आना स्वीकार किया है। यह जिले के बबाई, खेतड़ी, चिड़ावा, झुंझुनूं व नवलगढ़ में ज्यादा आपूर्ति करते थे।
लोकल एजेंट को पकड़ेंगे
थानाधिकारी ने बताया कि पांचों आरोपियों को पूछताछ के लिए रिमांडपर लिया जाएगा। फिर पता लगाया जाएगा कि इनके जिले में लोकल एजेंट कौन-कौन हैं? पुलिस लोकल एजेंटों को भी गिरफ्तार करेगी।
जांच टीम ने बताया कि यह केमिकल, सफेद पावडर, घटिया किस्म के रिफाइंड से पनीर बनाते हैं।नकील पनीर में दूध तो बिल्कुल नहीं होता।यह पहले भी जिले में कई बार नकली पनीर बेच चुके। पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर मौके पर पनीर को जमीन में गडवा दिया।
डॉ कैलाश राहड, फिजिशियन, बीडीके अस्पताल, झुंझुनूं