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राजस्थान की राजनीति के दिग्गज परिवार की यह बहू अब दिल्ली से लडेगी चुनाव

locationझुंझुनूPublished: Jan 18, 2020 10:29:18 pm

Submitted by:

Rajesh

आकांक्षा पूर्व केन्द्रीय मंत्री शीशराम ओला की पौत्रवधू है। ओला कई बार केन्द्र व कई बार राज्य सरकार में काबिना मंत्री रह चुके।

राजस्थान की राजनीति के दिग्गज परिवार की यह बहू अब दिल्ली से लडेगी चुनाव

राजस्थान की राजनीति के दिग्गज परिवार की यह बहू अब दिल्ली से लडेगी चुनाव


झुंझुनूं. दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में जिले की बहू आकांक्षा ओला भी चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस ने उसे मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है। आकांक्षा का ससुराल चिड़ावा के पास अरडावता गांव में है। आकांक्षा के ससुर बृजेन्द्र ओला झुंझुनूं से तीसरी बार विधायक हैं। सास राजबाला जिला प्रमुख रह चुकी। आकांक्षा का पीहर दिल्ली में है। ससुर बृजेन्द्र ओला ने बताया कि उच्च शिक्षित आकांक्षा महिला कांग्रेस में कई वर्षों से सक्रिय है। युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रविन्द्र भड़ौंदा ने बताया कि आकांक्षा के पिता कंवर चरणसिंह दिल्ली से विधायक रह चुके। वे शीला दीक्षित सरकार में मुख्य सचेतक भी रह चुके। आकांक्षा अभी महिला कांग्रेस की सचिव है। यूथ कांग्रेस की पूरे जिले की टीम अब जल्द ही दिल्ली जाएगी तथा चुनाव प्रचार करेगी।
आकांक्षा पूर्व केन्द्रीय मंत्री शीशराम ओला की पौत्रवधू है। ओला कई बार केन्द्र व कई बार राज्य सरकार में काबिना मंत्री रह चुके।
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झुंझुनूं की यह बहू रोमा भी है खास

झुंझुनूं. हसंमुख स्वभाव, फर्राटेदार अंग्रेजी, श्रेष्ठ नृत्य, खूबसूरत आंखे व दमकती त्वचा वाली शेखावाटी की ग्लैमरस बहू रोमा ने पुणे में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में मिसेज इंडिया ग्लैमरस गोल्ड 2019 और फेस ऑफ द इयर खिताब जीता है। मुम्बई में पढ़ी लिखी रोमा शर्मा का ससुराल नांद गांव में है। वह खाली समय में बच्चों को निशुल्क पढ़ाती है।

बच्चों को पढ़ा रही सुमन
झुंझुनूं. शहर के माननगर की रहने वाली सुमन चौधरी पुलिस लाइन के सामने रेलवे फाटक के पास झुग्गी झौंपडिय़ों के बच्चों को निशुल्क पढ़ा रही है। इस पाठशाला का नाम ‘मां की ममताÓ रखा है। अब इस पाठशाला में करीब तीस बच्चे नियमित पढ़ाई कर रहे हैं। पढाने के बदले सुमन चौधरी कोई शुल्क नहीं लेती, बल्कि हर दिन अपनी जेब से रुपए खर्च कर रही है। पाठशाला का समय शाम को साढ़े तीन से साढ़े पांच बजे का है। रविवार व अन्य अवकाश पर छुट्टी रहती है।
सबसे अलग है यह आइएएस बहू

झुंझुनूं. भारतीय प्रशासनिक सेवा(आइएएस) की अधिकारी एवं वर्तमान में उदयपुर की सहायक कलक्टर मंजू श्योराण अपने शहीद ससुर भगवानाराम जाखड़ की यादों को जिंदा कर रही है। गुढ़ागौडज़ी के सौंथली गांव में ससुर की स्मृति में उन्होंने रक्तदान किया। साथ ही चिकित्सा शिविर भी लगवाया। मंजू व डॉ सुरेश जाखड़ ने बताया कि शिविर में 250 मरीजों की जांच कर निशुल्क दवा दी गई। इस दौरान पचास यूनिट रक्तदान किया गया। मंजू का पीहर अलसीसर के पास है।
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