कैरू गांव की बेटी दीक्षा चौधरी ने तो 99 प्रतिशत अंक हासिल कर जिले का नाम रोशन कर दिया। जिले में बेटे-बेटियों के परिणाम की बात की जाए तो 96.74 प्रतिशत अंकों के साथ बेटियां आगे रही हैं। जबकि बेटों का परिणाम 94.86 प्रतिशत रहा है। जिले के प्रदेश में सिरमौर रहने व बेटी-बेटों के बेहतर परिणाम के चलते स्कूलों से लेकर घरों तक जश्न का माहौल है।
दीक्षा का सपना आईएएस बनना
झुंझुनूं के नवलगढ़ उपखंड के नवलड़ी गांव की दीक्षा कुमारी ने 99 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। उसके 600 में से 594 अंक आए हैं। परिणाम जारी होते ही दीक्षा कुमारी की मां ने तिलक लगाकर उसकी आरती उतारी। उसके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। दीक्षा कुमारी के पिता विनोद कुमार खेती का काम करते हैं। मां सुनीता कुमारी गृहणी हैं। दीक्षा ने बताया कि वह रोजाना 5 से 6 घंटे तक पढ़ाई करती थीं। उसका सपना आईएएस बनना हैं। दीक्षा ने बेहतर परिणाम के लिए मेहनत करना जरूरी है। उसने पढ़ाई के दौरान मोबाइल फोन से दूर रहने की सलाह दी।
ऑटो चालक की बेटी ने किया नाम रोशन, 10वीं बोर्ड में हासिल किए 95.33 फीसदी अंक
आयुषी शर्मा ने 98.17 अंक प्राप्त किए
झुंझुनूं. सिंघाना के पास थली गांव की आयुषी शर्मा ने दसवीं के परिणाम में 98.17 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। आयुषी के पिता सरकारी स्कूल में अध्यापक हैं। आयुषी ने बताया कि उसने रोजाना सात-आठ घंटे पढ़ाई की। वह आइएएस बनना चाहती है।