राकेश झुनझुनवाला डूंडलोद विद्यापीठ के कमेटी मेम्बर थे। उनके पिता राधेश्याम झुनझुनवाला के दोस्त डूंडलोद विद्यापाठी के मुख्य सलाहकार रमाकांत शर्मा बताते हैं कि राकेश और राजेश दोनों भाई उन्हें ताऊजी कहते हैं। वर्ष 2009 में उन्होंने ही डूंडलोद विद्यापीठ में बॉयज हॉस्टल का उद्घाटन किया था।
इसलिए पड़ा झुनझुनवाला नाम
राकेश झुनझुनवाला का परिवार मलसीसर में रहता था। उनके परदादा मलसीसर से कानपुर जाकर बस गए। झुंझुनूं जिले के होने के कारण उनका सरनेम झुनझुनवाला बन गया।
झुंझुनूं जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित मलसीसर कस्बे में उनकी एक हवेली थी जहां अब मार्केट बना है।