रामनवमी पर पूरे दिन पूजा करना श्रेष्ठ
रामनवमी पर अबुझ मुहुर्त होता है। ज्योतिष केअनुसार रामनवमी पर पूरे दिन पूजा करना श्रेष्ठ रहता है। बगड़ के पंडित संजय महर्षि ने बताया कि रामनवमी पर भगवान श्रीराम की विशेष पूजा की जाती है। वहीं नवरात्र स्थापना के बाद नवमी को कन्याओं की पूजा की जाती है। सुबह 10.28 बजे से दोपहर 12.43 बजे द्विसवभाव लग्न में पूजा करना श्रेष्ठ रहता है। इस दौरान पूजा, हवन, ध्यान, जप आदि करना शीघ्र फलदायी होता है। इस बार रामनवमी गुरुवार को है। ऐसे में शाम 7.27 बजे तक पुर्नवसु नक्षत्र रहेगा।