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झुंझुनूं के पुलिस अधिकारी व सिपाहियों ने देश की रक्षा करने वाले फौजी को भी नहीं छोड़ा

locationझुंझुनूPublished: Sep 18, 2021 11:53:32 am

Submitted by:

Rajesh

 
गिरफ्तार पुलिस उपअधीक्षक भंवर लाल खोखर मूलरूप से नागौर जिले के मौलासर पुलिस थानान्तर्गत क्यामसर गांव निवासी है। भंवरलाल खोखर जनवरी 2020 से पुलिस उपअधीक्षक एससी एसटी सैल झुंझुनूं में कार्यरत था।

झुंझुनूं के पुलिस अधिकारी व सिपाहियों ने देश की रक्षा करने वाले फौजी को भी नहीं छोड़ा

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#rps trap in jhunjhunu
नवलगढ़ञ्चपत्रिका. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर ग्रामीण की टीम ने दहेज प्रकरण में चालान पेश करने की एवज में 1 लाख 55 हजार रुपए की रिश्वत लेते झुंझुनूं ग्रामीण डीएसपी सहित 2 कांस्टेबलों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। परिवादी गुढ़ा थाना क्षेत्र का रहने वाला पूर्व सैनिक है। उसने अपनी बेटी का दहेज संबंधी मुकदमा गुढ़ा थाना में दर्ज करवाया था। जिस पर एफआर लगा दी गई थी। परिवादी ने कोर्ट के आदेश से फाइल की जांच पुन: शुरू करवाई। जांच के लिए भंवरलाल खोखर पुलिस उपअधीक्षक झुंझुनूं ग्रामीण को नियुक्त किया गया। परिवादी ने जांच के लिए पुलिस उपअधीक्षक से संपर्क किया तो उस समय गुढ़ा थाना में कार्यरत कांस्टेबल महिपाल व झुंझुनूं जिला विशेष शाखा में कार्यरत कांस्टेबल राजवीर के मार्फत जांच में चालान पेश करने के लिए 2लाख रुपए रिश्वत की मांग की। बाद में कांस्टेबल महिपाल व राजवीर के जरिए 1.55लाख रुपए में सौदा तय हुआ। इसके बाद परिवादी ने एसीबी जयपुर ग्रामीण मुख्यालय में रिकॉर्डिंग सहित सबूत पेश कर शिकायत दर्ज करवाई। जिसके बाद जयपुर ग्रामीण के एएसपी नरोत्तमलाल वर्मा के नेतृत्व में डीवाईएसपी संजयकुमार, पुलिस निरीक्षक नीरज भारद्वाज, मानवेंद्रसिंह, एसआई रामसिंह, हैडकांस्टेबल सत्येंद्रकुमार व कांस्टेबल आलोक शर्मा सहित 13 लोगों की टीम बनाकर नवलगढ़ पहुंचे। यहां पर फिर से तीन टीम बनाई। पहली टीम ने नवलगढ़ के राजकीय उपजिला अस्पताल के पास स्थित एक निजी मकान में परिवादी को कांस्टेबल महिपाल के पास भेजा और 1.55लाख रुपए लेते हुए टीम ने महिपाल को दबोच लिया। दूसरी टीम ने डीवाईएसपी संजय कुमार के नेतृत्व में डीवाईएसपी भंवरलाल खोखर को झुंझुनूं उनके कार्यालय से दबोचा। तीसरी टीम ने पुलिस निरीक्षक नीरज भारद्वाज के नेतृत्व में कांस्टेबल राजवीर को पुलिस अधीक्षक झुंझुनूं कार्यालय की जिला विशेष शाखा से दबोचा। इन दोनों को नवलगढ़ लाकर आगे की कार्रवाई कर तीनों की गिरफ्तारी की। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में आरोपियों के आवास एवं अन्य ठिकानों की भी एसीबी टीमों द्वारा तलाशी जारी है।
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नागौर के क्यामसर का निवासी है भंवरलाल, हर माह एक लाख से ज्यादा वेतन

नवलगढ़. गिरफ्तार पुलिस उपअधीक्षक भंवर लाल खोखर मूलरूप से नागौर जिले के मौलासर पुलिस थानान्तर्गत क्यामसर गांव निवासी है। भंवरलाल खोखर जनवरी 2020 से पुलिस उपअधीक्षक एससी एसटी सैल झुंझुनूं में कार्यरत था। बाद में फरवरी 2021 में पुलिस उपअधीक्षक झुंझुनूं ग्रामीण के पद पर तबादला कर दिया गया। सरकार से 01लाख रुपए से अधिक वेतन मिलने के बावजूद अतिरिक्त कमाई के लालच में वह फंस गया।
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एसपी की विशेष शाखा में है राजवीर
झुंझुनूं जिले के चिड़ावा थानान्तर्गत गांव ओजटू निवासी कांस्टेबल राजवीरसिंह पुलिस अधीक्षक झुंझुनूं कार्यालय की जिला विशेष शाखा में कार्यरत है।


लोयल का रहने वाला है महिपाल
जिले के खेतड़ीनगर थानान्तर्गत गांव लोयल निवासी कांस्टेबल महिपाल पहले गुढ़ा थाना में कार्यरत था। वर्तमान में मुकुन्दगढ़ पुलिस थाना में कार्यरत है। कांस्टेबल महिपाल की पत्नी वर्तमान में राजकीय उपजिला अस्पताल नवलगढ़ में जीएनएम के पद पर कार्यरत है। पति पत्नी दोनों राजकीय कर्मचारी हैं। अच्छी तनख्वाह भी मिलती है। लेकिन अतिरिक्त कमाई के लालच में महिपाल एसीबी की टीम के हत्थे चढ़ गए। इसी मकान में रिश्वत ली गई।
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10सितंबर को दी थी शिकायत
गुढï़ा पुलिस थाना क्षेत्र निवासी पूर्व सैनिक ने एसीबी के जयपुर ग्रामीण कार्यालय में 10सितंबर शुक्रवार को शिकायत दर्ज करवाई थी। परिवादी ने शिकायत में अपनी पुत्री के दहेज के मामले में चालान पेश करने की एवज में जांच अधिकारी पुलिस उपअधीक्षक ग्रामीण भंवरलाल खोखर द्वारा कांस्टेबल महिपाल व राजवीर के माध्यम से दो लाख रुपए मांगने की शिकायत दी थी।
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