लक्ष्य निर्धारित करो। नियमित पढाई करो। सफलता अवश्य मिलेगी। शादी के बाद भी कॅरियर संभव है। उम्र की सीमा कोई बाधक नहीं बनती। मैं संभवत सबसे ज्यादा उम्र की महिला हूं जो राजस्थान की टॉपर बनी हूं। पीहर पक्ष के साथ ससुराल पक्ष ने पूरा सहयोग किया।
समाज की अंतिम पंक्ती में बैठे व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का फायदा मिले। सरकारी योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हो। महिलाओं को सुरक्षा का माहौल मिले।
परेशानी:
सच बोलूं तो परेशानी कोई नहीं आई। बस परीक्षाओं के परिणाम सही समय पर आने चाहिए। सोशल मीडिया के फायदे व नुकसान दोनों हैं। आप पर निर्भर करता है आप अपने कॅरियर को संवारने के लिए उसे सही तरीके से फायदा कैसे ले सकते हैं।
झुंझुनूं. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से घोषित राजस्थान प्रशासनिक सेवा(आरएएस) के परिणाम में पूरे राज्य में झुंझुनूं की बेटी मुक्ता राव के प्रथम आने के बाद जश्न मनाया गया। मिठाई बांटी गई। खास बात यह है कि पहले स्थान पर जहां बेटी मुक्ता राव रही, वहीं चौथे स्थान पर भी झुंंझुनूं का डंका बजा। चौथे पर निखिल कुमार रहा। वहीं एक ही परिवार के दो सदस्य भी आरएएस बने हैं। डॉ नंदकिशोर पूनिया व ज्योति राव ने बताया कि मुक्ता राव के पहले स्थान पर आने पर जश्न मनाया गया। वहीं मुक्ता की छोटी बहन के पति मुकेश धनकड़ भी आरएएस बने हैं। मुकेश मूलत किठाना गांव के रहने वाले हैं। अभी चिड़ावा में चूंगी चौकी के पास रहते हैं। इनके अलावा भी अनेक बेटे-बेटियों को आरएएस में सफलता मिली है।
आरएएस की परीक्षा में राजस्थान में चौथे नंबर पर रहा निखिल झुंझुनूं जिले के गुढ़ागौडज़ी का रहने वाला है। उसके पिता का हार्डवेयर का व्यापार है। निखिल शुरू से ही पढऩे में होशियार रहा है