scriptराजस्थान का दूसरा सैनिक स्कूल झुंझुनूं में एक अप्रेल 2018 से शुरू होगा, सबसे पहले यहां पर लगेंगी क्लासें | Sainik School Jhunjhunu Rajasthan Start From 1 april 2018 | Patrika News

राजस्थान का दूसरा सैनिक स्कूल झुंझुनूं में एक अप्रेल 2018 से शुरू होगा, सबसे पहले यहां पर लगेंगी क्लासें

locationझुंझुनूPublished: Mar 16, 2018 10:21:57 am

Submitted by:

vishwanath saini

सैनिक स्कूलों की बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में शामिल होने दिल्ली आए राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने यहां यह जानकारी दी।

saini school jhunjhunu

saini school jhunjhunu

दिल्ली/झुंझुनूं. राजस्थान के झुंझुंनूं में नए शिक्षा सत्र से एक और सैनिक स्कूल शुरू होगा। नए स्कूल में प्रवेश के लिए चित्तौडगढ़ सैनिक स्कूल ने आवेदन मांग लिए हैं। सैनिक स्कूलों की बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में शामिल होने दिल्ली आए राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने यहां यह जानकारी दी। देवनानी से पत्रिका संवाददता मनोहर विश्रोई ने बातचीत की।


सवाल रक्षा राज्यमंत्री के साथ बैठक में क्या फैसले लिए गए?
जवाब सैनिक स्कूलों में समस्या समाधान के लिए स्टेट लेवल की कमेटी बनाने, बोर्ड की बैठक हर साल करने, लड़कों के अलावा लड़कियों के लिए भी कोटा तय करने का फैसला लिया गया।


सवाल बैठक में क्या सुझाव दिए?
जवाब स्कूल के बाद राष्ट्रीय डिफेंस अकेडमी में आरक्षण की व्यवस्था, ट्रेनिंग के लिए स्टाफ, रिटायर्ड सैनिकों को नियुक्त करने के सुझाव दिए।


सवाल झुंझुनूं सैनिक स्कूल के लिए भवन निर्माण की क्या स्थिति है?
जवाब एक अप्रैल से यह स्कूल शुरू हो जाएगा। अगले सत्र में प्रवेश देने के लिए आवेदन मांग लिए गए है। भवन तैयार होने तक जिला डाइट के भवन में स्कूल चलेगा।


सवाल- कितने स्कूलों का नामकरण शहीदों के नाम पर किया है?
जवाब- अब तक प्रदेश में कुल 300 स्कूलों का नामकरण शहीद सैनिकों के नाम पर कर दिया गया है। इस साल 119 स्कूलों का किया और 90 नाम सरकार के पास आए हुए हैं।

vasudev devnani

सवाल- मानव संसाधन मंत्री के साथ बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा की?
जवाब- शिक्षा विभाग में नवाचार के मामले में राजस्थान को देश में दूसरा स्थान मिला है। राजस्थान में क्यूआर कोड लागू करने, 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने का फैसला, प्रशिक्षण शिविरों का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय करने सहित कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।

सवाल- शिक्षकों के तबादलों का आदेश सरकार ने जारी कर दिया है लेकिन यह प्रक्रिया कब पूरी होगी?
जवाब- परीक्षाएं पूरी होने के बाद आवेदन मंगवाकर अगले सत्र से पहले यह प्रक्रिया पूरी कर लेंगे। तृतीय श्रेणी अध्यापक अपना आवेदन डीईईओ को, द्वितीय श्रेणी के अध्यापक डीडीओ और प्रथम श्रेणी अध्यापक डायरेक्टर को अपना आवेदन जमा करवा सकते हैं।


सवाल- क्या दसवीं के विद्यार्थी को काउंसलिंग के लिए कोई विचार किया जा रहा?
जवाब- दसवीं के विद्यार्थियों के लिए प्रत्येक स्कूल में एक काउंसलर नियुक्त किया जाएगा।

सवाल- कितने स्कूलों का नामकरण शहीदों के नाम पर किया है?
जवाब- अब तक प्रदेश में कुल 300 स्कूलों का नामकरण शहीद सैनिकों के नाम पर कर दिया गया है। इस साल 119 स्कूलों का किया और 90 नाम सरकार के पास आए हुए हैं।

सवाल- मानव संसाधन मंत्री के साथ बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा की?
जवाब- शिक्षा विभाग में नवाचार के मामले में राजस्थान को देश में दूसरा स्थान मिला है। राजस्थान में क्यूआर कोड लागू करने, 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने का फैसला, प्रशिक्षण शिविरों का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय करने सहित कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।

सवाल- शिक्षकों के तबादलों का आदेश सरकार ने जारी कर दिया है लेकिन यह प्रक्रिया कब पूरी होगी?
जवाब- परीक्षाएं पूरी होने के बाद आवेदन मंगवाकर अगले सत्र से पहले यह प्रक्रिया पूरी कर लेंगे। तृतीय श्रेणी अध्यापक अपना आवेदन डीईईओ को, द्वितीय श्रेणी के अध्यापक डीडीओ और प्रथम श्रेणी अध्यापक डायरेक्टर को अपना आवेदन जमा करवा सकते हैं।

सवाल- क्या दसवीं के विद्यार्थी को काउंसलिंग के लिए कोई विचार किया जा रहा?
जवाब- दसवीं के विद्यार्थियों के लिए प्रत्येक स्कूल में एक काउंसलर नियुक्त किया जाएगा।

लंबे समय से थी मांग

झुंझुनूं. सैनिक बाहुल्य क्षेत्र झुंझुनूं में सैनिक स्कूल की मांग बरसों से उठती रही है। पत्रिका ने इसके लिए अभियान भी चलाया। सरकार ने बजट में भी इसकी घोषणा की थी। सैनिक स्कूल खुलने से क्षेत्र के बच्चों को विशेष फायदा होगा। उल्लेखनीय है कि देश में झुंझुनूं ही ऐसा क्षेत्र है, जहां से सर्वाधिक सैनिक सेना में जाते है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो