गहनों की ठगी करने की आरोपी संतोष व शशिकांत गिरफ्तार
झुंझुनूPublished: Oct 22, 2021 10:00:22 pm
आरोपियों ने ढाई लाख में डेढ़ लाख रुपए के गहने जयपुर में बेच दिए। जिसने गहने खरीदे उसने आरोपियों को 50 हजार दिए और बाकी रुपए बाद में देने की बात कही। आरोपी ने बताया कि फाइनेंसर से कर्जा लिया था और कर्जा नहीं चुका पाने के चलते इस वारदात को अंजाम दिया।
गहनों की ठगी करने की आरोपी संतोष व शशिकांत गिरफ्तार
झुंझुनूं. शहर के माननगर में रोड नंबर दो व तीन के बीच एक ज्वैलरी की दुकान से ढाई लाख रुपए के गहनों की ठगी करने के दो आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एएसआई राजपालसिंह ने बताया कि माननगर निवासी नटवर सोनी ने गुरुवार को रिपोर्ट दी कि रोड नंबर दो व तीन के बीच तिरूपति ज्वैलर्स के नाम से उसकी ज्वैलरी की दुकान है। बुधवार शाम को उसके पास शशिकांत शर्मा नाम का एक युवक आया और उससे बोला उसके साले की शादी है। जिसके लिए उसे ज्वैलरी खरीदनी है। उसकी पत्नी भी बीडीके अस्पताल में नौकरी करती है, उसे ज्वैलरी दिखानी है। इस पर पीडि़त ने अपने भाई पंकज के साथ ज्वैलरी दिखाने के लिए भेज दी। बीडीके पहुंचने के बाद आरोपी ने पंकज को बोला कि उसकी पत्नी अंदर सर्जिकल वार्ड में हैं उसे दिखाकर आता है। परंतु वह वापस नहीं आया और वहां से गायब हो गया। इस पर एसएचओ सुरेंद्रसिंह देगड़ा के नेतृत्व में पुलिस गठित कर जांच पड़ताल व सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक कार नजर आई। कार के मिले नंबरों के आधार पर चालक से संपर्क किया तो उसने बताया कि दोनों आरोपी जयपुर जा रहे हैं। इसके बाद पुलिस चालक के संपर्क में रही और लोकेशन के आधार पर लगातार निगरानी करती रही। गाड़ी से दोनों आरोपी सीकर से झुंझुनूं की तरफ आ रहे थे कि सात घंटे में आरोपी शशिकांत शर्मा निवासी मदनी मण्डा (खाटूश्यामजी) जिला सीकर, हाल गोपीनगर कालवाड रोड, जयपुर व संतोष देवी जाट निवासी घरड़ाना खुर्द (सिंघाना) को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के कब्जे से 2 सोने की अंगूठी, 2 जोडी पाजेब व गहने बेचने से प्राप्त 48940 रुपए बरामद किए गए हैं। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने ढाई लाख में डेढ़ लाख रुपए के गहने जयपुर में बेच दिए। जिसने गहने खरीदे उसने आरोपियों को 50 हजार दिए और बाकी रुपए बाद में देने की बात कही। आरोपी ने बताया कि फाइनेंसर से कर्जा लिया था और कर्जा नहीं चुका पाने के चलते इस वारदात को अंजाम दिया।