झुंझुनूं@पत्रिका. शिक्षा विभाग की ओर से चल रहे 66 वें राज्य स्तरीय स्कूल खेलों में सेपक टकरा को पहली बार शामिल किया गया और पहली बार में ही झुंझुनूं तीन वर्गों में चैम्पियन रहा। जोधपुर में आयोजित प्रतियोगिता में अंडर 19 वर्ग में बालक व बालिकाओं दोनों ने राज्य स्तर पर स्वर्ण पदक जीता। अंडर 17 वर्ग में बालकों की टीम ने स्वर्ण पदक जीता। अंडर 17 बालिकाओं की टीम ने रजत पदक जीतकर पूरे राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया। झुंझुनूं की जिला टीम के खिलाडिय़ों को कोच संगीता योगी, मोहित योगी व अन्य ने योगी स्टेडियम में निशुल्क प्रशिक्षण दिया था।
खिलाडिय़ों का सम्मान पकद जीतकर लौटे खिलाड़ी सौरव बुडानिया, निखिल बुडानिया, कवित, पलक कुलहरी, खुशी बुडानिया, मीनल कस्वा, खुशबू चौधरी, चिराग गुर्जर, दिव्यांश गिल, युवराज सिंह, संकेत रेप्सवाल, मीनल चौधरी, खुशी तेतरवाल, कोच मोहित व संगीता योगी का शनिवार शाम को सम्मान किया गया। इस दौरान सुभाष योगी, राकेश खराड़ी ,रोहित कुमार, विक्रम, मनीषा धनकड़, मनीषा चाहर, प्रमोद बुडानिया व दल प्रभारी सुमेर सिंह मौजूद रहे।
मलेशियाई खेल यह एक मलेशियाई खेल है। जो मलेशिया के अलावा सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपींस, ब्रुनेई और इंडोनेशिया में खेला जाता है। भारत में सेपक टकरा फैडरेशन की स्थापना 10 सितंबर 1982 को नागपुर महाराष्ट्र में हुई थी। इस खेल का प्रतिनिधित्व दिल्ली, एशियाई खेलों में किया जा चुका। यह वॉलीबाल की तरह है, लेकिन वॉलीबाल हाथ से खेला जाता है और यह पैर और सिर से खेला जाता है। इसमें बॉल के हाथ नहीं लगाया जाता। राजस्थान में स्कूल खेलों में यह पहली बार शामिल हुआ है।